
अयोध्या में होने राम मंदिर के भूमिपूजन से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक बयान दिया. उन्होंने कहा कि राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं. सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु. राम नाम का सार है. प्रियंका गांधी के इस बयान पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अब तंज कसा है. उन्होंने कहा कि कट्टर हिंदुत्व विचारधारा को गले लगाना अच्छी बात है.
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि खुशी है कि वे अब नाटक नहीं कर रहे हैं. कट्टर हिंदुत्व की विचारधारा को गले लगाना चाहते हैं तो ठीक है, लेकिन भाईचारे के मुद्दे पर पर वो खोखली बातें क्यों करती हैं.
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क्या कहा था प्रियंका गांधी ने
इससे पहले प्रियंका गांधी ने बयान जारी कर कहा कि राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं. सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु. राम नाम का सार है. प्रियंका गांधी ने आगे कहा है कि रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर है.
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प्रियंका का ये बयान इसलिए अहम भी है क्योंकि पहली बार गांधी-नेहरू परिवार के किसी सदस्य ने इस तरह का बयान दिया है और राम मंदिर से जुड़े किसी कार्यक्रम का समर्थन किया है. प्रियंका गांधी यूपी में लगातार सक्रिय हैं और उनके इस बयान को कांग्रेस की रणनीति में बड़ा बदलाव माना जा रहा है.
प्रियंका गांधी का बयान ऐसे मौके पर आया है, जब कांग्रेस में भूमिपूजन को लेकर अलग-अलग तरह के बयान सामने आ चुके हैं. ऐसे में अगर गांधी परिवार के सदस्य की ओर से बयान आता है तो कांग्रेस की ओर से अब एक ही रुख में बयान दिख सकते हैं.