
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सरकार की तरफ से बनाए जाने वाले ट्रस्ट को लेकर साधु-संतों में सिरफुटव्वल इस कदर मची है कि एकदूसरे से हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी दिखाई जा रही है. अयोध्या में साधु-संत अपना दावा मजबूत करने के लिए आपस में साठगांठ कर रहे हैं. यही नहीं साधु-संतों में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्रस्ट में शामिल करने को लेकर भी राय बंटी हुई है. कुछ लोग सीएम योगी के पक्ष में हैं जबकि कुछ लोग उनकी मुखालफत कर रहे हैं क्योंकि वे दूसरे संप्रदाय से ताल्लुक रखते हैं.
गुरुवार को अयोध्या स्थित तपस्वी छावनी के परमहंस दास ने वीएचपी से जुड़े पूर्व सांसद रामविलास वेदांती से अपनी बातचीत की रिकॉर्डिंग जारी की, जिससे जाहिर होता है कि वेदांती खुद ही ट्रस्ट का अध्यक्ष बनना चाहते हैं. इस घटना से ऐसा लग रहा है कि अयोध्या के सारे साधु-संत एकदूसरे का स्टिंग ऑपरेशन कर रहे हैं.
वेदांती और परमहंस के बीच हुई बातचीत वायरल
परमहंस दास ने राम विलास वेदांती से बातचीत की जो फोन रिकॉर्डिंग जारी की है उसमें वेदांती खुद को ट्रस्ट का चेयरमैन बनवाने की बात कह रहे हैं. उस रिकॉर्डिंग में वेदांती कह रहे हैं, "नहीं, आज से आप बोलना शुरू कीजिए कि चेयरमैन वेदांती जी को बनाया जाए. नहीं तो रामानंद संप्रदाय के किसी संत को बनाया जाए लेकिन गोरखनाथ संप्रदाय का कोई व्यक्ति रामानंद संप्रदाय के मंदिर का चेयरमैन कैसे हो सकता है?" बीच में परमहंस दास बिलकुल...बिलकुल कहते हुए वेदांती की बात पर सहमति भी जताते हैं.
रिकॉर्डिंग में आगे परमहंस दास कहते हैं, "अब नृत्य गोपालदास जी का दिमाग खराब है तो क्या बताएं. बताइए?" इसके बाद वेदांती कहते हैं, "पागल है वो... गोपालदास पूरा पागल है. मरने वाला है. अब वो प्रस्ताव कर रहा है कि योगी को बनाया जाए. कैसी बात करते हैं"
अयोध्या ट्रस्ट को लेकर यह है साधु-संतों की राय
राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ने कहा, "पहले से ही राम जन्मभूमि न्यास बना है, उसमें कुछ लोग जोड़े जाएं, नया जोड़े गए तो वो नया हो गया. हम तो पहले से ही ट्रस्ट में हैं, शामिल क्या होना नया में." राम जन्मभूमि न्यास के इस दांव का साधु-संतों के दूसरे अखाड़े विरोध कर रहे हैं.
राम लला मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास कहते हैं, "राम जन्मभूमि न्यास के बाइ लाज का अध्ययन होगा, वो होगा, तभी तय होगा कि कितने सदस्य होंगे, इस न्यास में नृत्य गोपाल के अलावा किसी का नाम नहीं है.
दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास का कहना है कि नया ट्रस्ट को लेकर सरकार जो चाहेगी वही होगा. तपस्वी छावनी के परमहंस दास भी मानते हैं कि नया ट्रस्ट बने तो अच्छा. वहीं अयोध्या स्थित हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने कहा, "जो ट्रस्ट है, राम जन्मभूमि का, तो उसी को बढ़ा दिया जाए. आप बाहर वालों को ना बैठाएं- किसी रामदेव या किसी रविशंकर को."
वीएचपी के प्रवक्ता शरद शर्मा इस मामले पर कहते हैं, "जो व्यवस्था है, उसमें पूजन अर्चन हो सकता है. राम लला को स्थापित करने की बात है तो उनको कहां स्थानांतरित किया जा सकता है, वो वहां विराजमान हैं तो इसमें हटाने की बात सही नहीं है." यही नहीं साधु-संतों में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्रस्ट में शामिल करने को लेकर भी राय बंटी हुई है.