
केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की भद्दी जुबान पर कोहराम के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कथित तौर पर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है. पश्चिम बंगाल में उन्होंने अपने विरोधियों के लिए जमकर अश्लील शब्दों का इस्तेमाल किया.
जलपाईगुड़ी में एक रैली के दौरान उन्होंने बंगाल के देहाती इलाकों की एक अश्लील कहावत का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा, 'बंगाल के शासक खुद तो कुछ नहीं कर सके, लेकिन जो बदलाव लाना चाहते हैं, वे उनके '***** में बांस देने' की कोशिश कर रहे हैं. मोदी की मंत्री ने सरेआम मंच से दी गाली
ममता ने किसी का नाम नहीं लिया पर लंबे समय तक बंगाल पर वाम दलों का शासन रहा है. लिहाजा उनका इशारा वाम दलों की ओर हो सकता है. ममता ने पूछा, क्या वे इस बात से खुश नहीं है कि आज दार्जीलिंग और जंगलमहल में शांति का राज है? वे खुद तो ऐसा नहीं कर सके और अब जो ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं उनके '***** में बांस दिया जा रहा है.
ममता ने आगे कहा, 'बांस जंगल में उगता है और घर बनाने के काम में आता है लेकिन, जब आप किसी को बांस देने की कोशिश करते हैं और वह पलट कर पीछा करता है तो आपको पता चलता है कि इसका असली मजा क्या है.' रेप पर इन नेताओं की फिसली जुबान
ममता ने बीजेपी के अलावा मंगलवार को कोलकाता में हुई सीपीएम की रैली पर भी निशाना साधा. सीपीएम की इस रैली में पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य और बिमान बोस समेत कई नेता मौजूद थे जिन्होंने कहा था कि सीबीआई को सारधा घोटाले में ममता बनर्जी से भी सवाल पूछने चाहिए. बिमान बोस ने कहा था, सीएम को इस घोटाले के बारे में हर चीज पता है.
ऐसा नहीं है कि ममता बनर्जी की जुबान पहली बार फिसली है. इससे पहले 22 नवंबर को उन्होंने बिना नाम लिए अपने एक राजनीतिक विरोधी के लिए कहा था, 'कोई उसका नाम तक नहीं जानता है.' और इस दौरान उन्होंने एक आपत्तिजनक शब्द का भी इस्तेमाल किया था, हालांकि इसके तुरंत बाद उन्होंने माफी मांग ली थी.