बंगाल हिंसा: गवर्नर के आसनसोल दौरे को ममता बनर्जी सरकार का रेड सिग्नल

राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के आसनसोल जाने के इरादे पर राज्य सरकार ने यह कह कर रोक लगा दी कि क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए उन्हें दौरे की सलाह नहीं दी जा सकती. 

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बंगाल में रामनवमी पर जश्न मनाती महिलाएं बंगाल में रामनवमी पर जश्न मनाती महिलाएं

इंद्रजीत कुंडू

  • कोलकाता ,
  • 28 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 11:25 PM IST

एक तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने ‘दिल्ली मिशन’पर बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम पर हैं, वहीं पश्चिम बंगाल में राम नवमी जुलूसों के दौरान हिंसा को लेकर प्रशासन और बीजेपी आमने-सामने है.

स्थिति कैसी है इसका अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि राज्य सरकार ने राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के तनावग्रस्त बर्दवान जिले के दौरे की मंशा को रेड सिग्नल दिखा दिया है.

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दरअसल, त्रिपाठी के आसनसोल जाने के इरादे पर राज्य सरकार ने यह कह कर रोक लगा दी कि क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए उन्हें दौरे की सलाह नहीं दी जा सकती.  

कोलकाता में राजभवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘राज्य सरकार ने सूचित किया है कि क्षेत्र में पुलिस की तैनाती को देखते हुए माननीय राज्यपाल को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराना मुश्किल होगा. यह भी बताया गया कि पास के रानीगंज और आसनसोल क्षेत्रों में स्थिति अब भी तनावपूर्ण है. ऐसे में माननीय राज्यपाल के दुर्गापुर दौरे पर जाने की सलाह नहीं दी जा सकती. माननीय राज्यपाल समाज के सभी वर्गों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं.’  

बयान में दावा किया गया है कि राज्यपाल त्रिपाठी ने दुर्गापुर अस्पताल जाने की योजना बनाई थी, जहां आसनसोल के डीसीपी अरिंदम दत्ता चौधरी भर्ती हैं. चौधरी सोमवार को भड़की हिंसा में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. देसी बम से हुए हमले में चौधरी की बाजू का एक हिस्सा उड़ गया था.

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इस बीच राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘हम महसूस करते हैं कि पहले शांति की बहाली होनी चाहिए. इसके बाद उनके लिए क्षेत्र के दौरे के लिए पर्याप्त समय होगा.’  

ये घटनाक्रम उस दिन सामने आया जिस दिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर राज्य सरकार से रिपोर्ट की मांग की. बुधवार को ही बंगाल बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल त्रिपाठी से मुलाकात कर राज्य में केंद्र के दखल की मांग की थी.

राज्य सरकार ने केंद्र की ओर से हिंसाग्रस्त आसनसोल में अर्धसैनिक बलों को भेजने की पेशकश को भी नामंजूर कर दिया. शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि राज्य पुलिस स्थिति पर काबू पाने के लिए सक्षम है.

बुधवार को राज्य सरकार ने कोलकाता पुलिस के दंगा नियंत्रण बल के बड़े दस्ते के साथ तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को स्थिति पर काबू पाने के लिए भेजा. नए बनाए गए पश्चिम बर्दमान जिले में प्रशासन ने छह पुलिस थाना क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को सस्पेंड कर दिया.

बता दें कि सोमवार को रानीगंज में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों में टकराव में एक शख्स की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए. अगले दिन हिंसा पास के क्षेत्र आसनसोल में भी फैल गई.

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