
बहुचर्चित संत भय्यू जी महाराज ने मंगलवार दोपहर इंदौर में खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली. खुद को गोली मारने के बाद जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया, वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. उनकी अचानक मौत के बाद राजनीतिक टिप्पणियां भी आनी शुरू हो गई हैं.
इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए कांग्रेस नेता माणिक अग्रवाल ने बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वह बीजेपी और कांग्रेस दोनों के संपर्क में थे. बीजेपी उनसे लगातार उनके लिए काम करने को कह रही थी, जिसकी वजह से वो मानसिक दबाव में थे. उन्होंने कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी उनकी मौत पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि भय्यू जी महाराज की अचानक हुई मौत की खबर जान काफी दुख हुआ. मेरे उनके साथ व्यक्तिगत संबध थे, खबर सुनते ही मुझे झटका सा लगा.
आपको बता दें कि कुछ माह पहले ही मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा प्रदान किया था. हालांकि उन्होंने इसे लेने से मना कर दिया था.
1968 को जन्मे भय्यू महाराज का असली नाम उदय सिंह देशमुख था. वे शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे. हाल ही में वे ग्वालियर की डॉ. आयुषी शर्मा के साथ सात फेरे लेने के बाद सुर्ख़ियों में आए थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, मनसे के राज ठाकरे, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल समेत कई हस्तियां उनके संपर्क में रहीं थी.