
भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा की वजह से पूरे महाराष्ट्र में तनाव फैल गया है. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी हिंसा की आग पहुंच गई. हजारों लोगों ने मंगलवार को कई जगह प्रदर्शन किया. हालांकि इस तनावपूर्ण में मुंबई का एक और चेहरा सामने आया. वह था मानवता का चेहरा. प्रदर्शन की वजह से हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा, ऐसे में कुछ संस्थाओं और लोगों ने मदद का हाथ भी बढ़ाया. इस वजह से कई लोगों ने तनावपूर्ण माहौल में फंसे होने के बाद भी राहत की सांस ली.
आपको बता दें कि भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा की आग महाराष्ट्र में फैल गई है. मुंबई के कई इलाकों में प्रदर्शन हो रहे हैं. आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर ईस्टर्न हाईवे पर कुछ संगठनों ने प्रदर्शन किया. जिस वजह से हाईवे पर जाम लग गया. रामाबाई अंबेडकर नगर में भी हजारों गाड़ियां फंसी रही. मंगलवार सुबह से ही इस जाम में हजारों की संख्या में लोग फंस गए थे. जाम में फंसे लोगों के पास न तो पीने का पानी मौजूद था, न ही खाने के लिए कुछ. वहीं जाम में फंसे मुलुंद के यश ने बताया कि 6 घंटे से वे लोग जाम में फंसे हुए हैं. न खाना है और न पानी. उन्हें नहीं पता कब तक वह मुलुंद पहुंच पाएंगे.
ऐसे माहौल में मुंबई का मानवीय चेहरा भी सामने आया. कुछ संस्थाओं ने रामाबाई अंबेडकर नगर के पास लगे जाम के पास पहुंचकर लोगों को मदद पहुंचाई. इन लोगों ने जाम में फंसे बेहाल लोगों को चाय, बिस्किट, फल, नाश्ता और पानी उपलब्ध करवाया. शाम 4 बजे के बाद से इन संस्थाओं ने मदद पहुंचाना शुरू किया. देर रात तक मदद दी पहुंचाना जारी था. संस्था के प्रतिनिधी ने बताया कि उनलोगों को खबर मिली कि जाम की वजह से हजारों लोग दिक्कत में हैं और भूख और पानी से जूझ रहे हैं. ऐसे में उन्होंने मदद करने की सोची. कुछ वॉलेंटियर्स और चाय, बिस्किट और वडापाव जैसे नाश्तों के साथ जाम की जगह पहुंच गए. उनलोगों ने कहा कि कई लोगों को सच में काफी परेशानी हो रही थी. लोग कई घंटों से जाम में फंसे हुए थे. इंसानियत के नाते मदद पहुंचाई.
आपको बता दें कि पुणे के भीमा-कोरेगांव लड़ाई की सालगिरह पर हुई हिंसा से पूरे महाराष्ट्र में तनाव का माहौल है. हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हुई थी. सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं इसके बावजूद भी पूरे राज्य में हालात नहीं सुधर रहे हैं. पुणे हिंसा की आग मुंबई तक पहुंच गई है.