
मोदी सरकार को एक और रणनीतिक सफलता हासिल हुई है. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की भारत यात्रा से पहले ही 36 राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे पर हस्ताक्षर का रास्ता साफ हो गया है. ओलांद अबकी बार गणतंत्र दिवस पर भारत के मुख्य अतिथि हैं. समझौते पर हस्ताक्षर ओलांद के भारत दौरे की पूर्वसंध्या पर यानी 25 जनवरी को होंगे.
25% सस्ते भी मिल सकते हैं विमान
भारत 25 फीसदी सस्ते दाम पर विमानों का सौदा करने के लिए बात करेगा. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उम्मीद जताई है कि इस पर सहमति बन जाएगी. यदि बात बनी तो भारत को ये विमान 75 मिलियन यूरो में मिलेंगे. पहले इनके लिए भारत सरकार को 105 मिलियन यूरो चुकाने पड़ते .
सात साल में आएंगे 36 विमान
फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की सप्लाई सात साल में पूरी होगी. इन्हें भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाना है. समझौते के मसौदे के मुताबिक राफेल विमानों की पहली खेप समझौते पर हस्ताक्षर होने के 36 महीनों के भीतर भारत को मिल जाएगी.
वायुसेना प्रमुख ने दिए थे संकेत
हाल ही में वायुसेना प्रमुख अरूप राहा ने कहा था कि इस साल के अंत तक राफेल डील हो जाएगी. उन्होंने यह भी कहा था कि मिग-27 को अगले दो-तीन साल में बेड़े से हटा दिया जाएगा. इस प्रक्रिया को कैसे अंजाम देना है, इसके लिए रोडमैप तैयार है. उन्होंने इस रोडमैप के लिए राफेल का नाम लिया था.