
बिहार विधानसभा का बजट सत्र सोमवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ. विपक्ष ने राज्यहित के मुद्दों पर सरकार को सदन में घेरने का ऐलान कर रखा था, जिसके बाद बजट सत्र के हंगामेदार रहने के आसार के पहले से ही थे. विधानसभा परिसर के बाहर विपक्षी दल के नेता आरक्षण, सीएए, एनआरसी, एनपीआर के मुद्दे पर नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे हैं. मंगलवार को उप मुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी 2020-21 का बजट पेश करेंगे.
विपक्ष के हंगामे के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा पहुंचे, जहां विधानसभा अध्यक्ष ने उनका स्वागत किया. विधानसभा परिसर के गेट पर आरजेडी, वामदल के विधायक जमकर हंगामा-प्रदर्शन कर रहे हैं. विपक्षी दल CAA और NPR को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: तेजस्वी बोले- लालू शासन के 15 वर्षों में दोष हो सकते हैं, अब नया बिहार बनाएंगे
आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित कराने की मांग की. साथ ही नियोजित शिक्षकों के हड़ताल के मुद्दे पर भी विपक्ष मुखर है. विधायकों ने नियोजित शिक्षकों के समान काम के बदले समान वेतन लागू करने की मांग की.
ये भी पढ़ें: तेजस्वी की बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर JDU का नया पोस्टर वार, बताया- आर्थिक उगाही यात्रा
बिहार का बजट सत्र 31 मार्च तक चलेगा. इस दौरान कुल 22 बैठकें होंगी. बजट सत्र के पहले दिन बिहार विधान सभा के विस्तारित भवन में राज्यपाल फागू चौहान बिहार विधानसभा और बिहार विधान परिषद के सदस्यों को संयुक्त रूप से संबोधित किया. सोमवार को ही सरकार द्वारा आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया जाएगा.