
बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट गई हैं. बीजेपी ने सीटों की साझेदारी के मसले पर बात करने के लिए NDA गठबंधन से जुड़ी पार्टियों की मीटिंग 31 अगस्त को बुलाई है.
बीजेपी ने यह मीटिंग पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर बुलाई है. बीजेपी राज्य की कुल 243 विधानसभा सीटों में से 160 सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े करना चाहती है. हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि इस सूरत में गठबंधन की बाकी पार्टियों को कितनी-कितनी सीटें मिल पाती हैं.
LJP और RSLP को मनाना होगा मुश्किल
बिहार चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) और RSLP जैसी पार्टियों ने अपेक्षा से ज्यादा सीटों की मांग रखी है. बिहार के पार्टी मामलों के प्रभारी बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी प्रमुख अमित शाह इस बैठक की अगुवाई करेंगे. उन्होंने यह कहते हुए सहयोगी दलों के दावे को तवज्जो नहीं दी कि उन्होंने इस बारे में बीजेपी को कुछ नहीं बताया है.
मांझी पर भी रहेगी नजर
LJP अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और RSLP अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, HAM (सेकुलर) प्रमुख जीतनराम मांझी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं. सीटों के बंटवारे पर NDA सहयोगियों की ऐसी पहली बैठक है. पासवान और कुशवाहा ने पहले भी अमित शाह से भेंट की थी, लेकिन इन दोनों क्षेत्रीय दलों के सूत्रों ने बताया कि उन्होंने अब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं दिया है.
कुशवाहा ने बीजेपी से 102 सीटों पर चुनाव लड़ने को कहा है, जितनी सीटों पर उसने 2010 का विधानसभा चुनाव लड़ा था और 142 सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ने के लिए कहा है.
पिछले चुनाव में बीजेपी के सहयोगी JDU ने 142 सीटों पर चुनाव लड़ा था. बीजेपी और JDU 2013 में एक-दूसरे से अलग हो गए. बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में हो सकते हैं.