
बिहार विधानसभा की 57 सीटों के लिए गुरुवार को पांचवें और अंतिम चरण का मतदान सुबह 7 बजे शुरु हो गया है. इस दौर की वोटिंग के बाद लोगों की निगाहें 8 नवंबर को होने वाली वोटों की गिनती पर टिक जाएंगी.
अब सीमांचल में चुनावी मुकाबला
गुरुवार को जिन 57 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, उनमें से 24 पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे सीमांचल क्षेत्र में आते हैं. ये निर्वाचन क्षेत्र नौ जिलों- मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, अररिया, किशनगंज, पुर्णिया और कटिहार में आते हैं. इस चरण में 58 महिलाओं समेत कुल 827 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला कुल 1,55,43,549 मतदाताओं के हाथ में है.
इस चरण में JDU के वरिष्ठ मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव (सुपौल) और RJD के विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी (अलीनगर) समेत कई लोगों के चुनावी भविष्य का फैसला होना है.
चुनावी मुकाबले में मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव (आलमनगर) और लालू प्रसाद के ‘विश्वस्त’ भोला यादव (बहादुरपुर) भी शामिल हैं.
मतदान के वक्त में थोड़ा अंतर
अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी आर लक्ष्मणन ने बताया कि सिमरी बख्तियारपुर में दो सीटों के अलावा शेष 55 सीटों पर मतदान सुबह सात बजे से शाम के पांच बजे तक होगा. नक्सल प्रभावित दो विधानसभा क्षेत्रों- सिमरी बख्तियारपुर और महिषी में मतदान का समय दो घंटे कम कर दिया गया है और यहां शाम 3 बजे मतदान समाप्त हो जाएगा. ये दोनों क्षेत्र सहरसा जिले में आते हैं.
दोनों बड़े गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला
पिछले चार चरणों की तरह इस चरण में भी NDA और महागठबंधन (JDU, RJD व कांग्रेस) के बीच सभी 57 सीटों पर कड़ा मुकाबला है. इस चरण में इस बात पर भी नजरें टिकी रहेंगी कि क्या हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) बिहार में सफल आगाज कर पाती है? AIMIM ने बिहार में अपना आकलन के लिए उन सीमांचल इलाकों में छह प्रत्याशी खड़े किए हैं, जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक है.
तीसरे मोर्चे के असर पर भी नजर
कोसी क्षेत्र में तीसरे मोर्चे के असर पर भी नजर रहेगी. इसमें विशेष तौर पर मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी पर भी नजरें टिकी रहेंगी. इस चरण में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी कई विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं.
2010 के चुनाव में 23 सीटों पर बीजेपी का कब्जा
जिन 57 सीटों पर मतदान होना है, वर्ष 2010 में इनमें से 23 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था. पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली JDU की झोली में 20 सीटें आई थीं. लालू प्रसाद के RJD ने 8, कांग्रेस ने 3, LJP ने 2 सीटें हासिल की थीं. एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली थी.
सबसे ज्यादा उम्मीदवार बीजेपी के
बीजेपी ने सबसे अधिक 38 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं, जबकि LJP के 11 प्रत्याशी हैं. केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने पांच विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी उतारे हैं और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा ने 3 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी उतारे हैं. दूसरी ओर JDU ने 25 सीटों पर, RJD ने 20 सीटों पर और कांग्रेस ने 12 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं.