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केंद्रीय मंत्री गिरिराज को आया गुस्सा, कहा- ख्वाजा नहीं भारत माता का है हिंदुस्तान

गुस्साए गिरिराज ने कहा कि यह भारत माता का हिंदुस्तान है....ख्वाजा का पाकिस्तान है. उन्होंने कहा कि ख्वाजा के लोगों ने साल 1947 में पाकिस्तान बना लिया और वहां चले गए.

नवादा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह नवादा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह
राम कृष्ण/सुजीत झा
  • पटना,
  • 05 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 11:56 PM IST

मोहर्रम और दुर्गा पूजा के बाद अपने संसदीय क्षेत्र नवादा पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को उस समय भड़क गए, जब उनको मुसलमानों का एक बैनर मोबाइल पर दिखा, जिसमें लिखा था कि ख्वाजा हिंदुस्तान का है. इससे गुस्साए गिरिराज ने कहा कि यह भारत माता का हिंदुस्तान है....ख्वाजा का पाकिस्तान है. उन्होंने कहा कि ख्वाजा के लोगों ने साल 1947 में पाकिस्तान बना लिया और वहां चले गए.

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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जहां हिन्दुओं की संख्या कम है, वहां दंगे हुए और जहां हिन्दू बहुसंख्यक है, वहां दंगे नहीं हुए. उन्होंने कहा कि गली-मोहल्लों में विभाजन की लकीर खींची जा रही है. नवादा में दुर्गा पूजा के दौरान दो पक्षों के बीच हुई झड़प को लेकर गिरिराज ने कहा कि हिंदुओं को सताया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने मूर्ति खंडित होने के बावजूद शांति बनाए रखने के लिए अकबरपुर के लोगों की तारीफ की.

उन्होने कहा कि ऐसे शांतिप्रिय लोगों को प्रशासन को प्रोत्साहित करना चाहिए, लेकिन इनको गलत तरीके से केस में फंसाया जा रहा है. सांप्रदायिक तनाव और हिंसा को लेकर नवादा पहले भी सुर्खियों में रहा है. इस बार भी दुर्गा पूजा के दौरान ऐसी घटनाएं देखने को मिलीं. वह नवादा के तुंगी में सोलर चरखा ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन करने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि अब नवादा का हर क्षेत्र सशक्त और समृद्ध होगा.

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इससे पहले बिहार के जमुई जिले में मोहर्रम के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए थे. इलाके में तनाव को देखते हुए कर्फ्यू लगाना पड़ा था. भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी. डीआईजी और एसपी के नेतृत्व में पुलिस के जवान इलाके में गश्त किया था.

इसके अलावा अप्रैल में रामनवमी से एक दिन पहले कुछ उपद्रवी तत्वों द्वारा नवादा जिले में लगाए गए देवी-देवताओं के बैनर और पोस्टर को फाड़ने को लेकर दो गुटों के बीच विवाद हुआ था. रामनवमी के जुलूस के दौरान शरारती तत्वों ने जमकर बवाल काटा था और कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए था. साथ ही दुकानों को लूटने का प्रयास भी किया था. उपद्रवियों ने शहर के कई इलाकों में पत्थरबाजी भी की थी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आते हुए 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया था.

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