
बिहार में आसमानी आफत पिछले एक हफ्ते से कहर ढा रही है. बारिश और फिर बाढ़ ने पटनावासियों का जीना मुहाल कर दिया है. गुरुवार सुबह तक के आंकड़े के अनुसार, अभी तक राज्य में बाढ़ के कारण 73 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा आज और कल मौसम विभाग की तरफ से पटना और आसपास के क्षेत्र में तेज बारिश का अनुमान जताया गया है.
मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
पटना, वैशाली, बेगूसराय और खगड़िया समेत आसपास के इलाकों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. पटना में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही थी, जिसकी वजह से शहर में पानी भर गया है. अभी दो दिन से बारिश तो नहीं हुई लेकिन पानी जम गया है जो मुश्किलें पैदा कर रहा है.
बता दें कि अभी तक जिन जिलों में आसमानी आफत की वजह हाहाकार मचा हुआ है उनमें पटना, भोजपुर, भागलपुर, खगड़िया, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराई और वैशाली जैसे इलाके शामिल हैं. इसके अलावा अरवल, नवादा, नालंदा में भी हालात बिगड़ते नज़र आ रहे हैं.
निपटने को क्या हैं इंतजाम?
पटना और आसपास के क्षेत्र में प्रशासन की तरफ से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. राज्य सरकार के अनुसार, बिहार में इस वक्त 6 NDRF की टीमें, 2 SDRF की टीमें मौजूद हैं. इसके अलावा 10 हजार से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है.
पानी जमने की वजह से मुश्किलें तेज
बिहार में जहां पर पानी जमा हुआ है उन क्षेत्रों में अब पानी काला हो गया है तथा सड़ने लगा है, जिससे दुर्गंध आने लगी है. लोग अब घरों की खिड़कियां बंद कर रखने लगे हैं. इस बीच अब उन इलाकों में बीमारी फैलने की आशंका बन गई है. पटना के जलजमाव वाले क्षेत्र कंकड़बाग और राजेंद्रनगर के लोग अब मच्छरों से भी परेशान हैं.
बिहार में लोग अब बीमारी फैलने की आंशका से डरे हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राजधानी के हर इलाके में जलजमाव से होने वाली बीमारियों के मद्देनजर पटना जिले के सभी डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. जिन अस्पतालों में जलजमाव के कारण मरीज नहीं पहुंच पा रहे थे, उन्हें वैकल्पिक जगहों पर शुरू किया गया है और सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है.