
समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने बुधवार को कानून व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र का बहिष्कार किया है. सपा और कांग्रेस ने मंगलवार को बिजनौर हत्याकांड का सवाल उठाया और बहस की मांग करने लगे. इसे स्पीकर ने खारिज कर दिया. इसके बाद दोनों दलों ने सत्र का बहिष्कार कर दिया.
सपा नेता राम गोविंद चौधरी ने कहा कि जब न्यायालय ही सुरक्षित नहीं तो न्याय कहां मिलेगा. उन्नाव में जैसी घटना हुई, उससे पता चलता है कि कानून खत्म हो गया है. जब बीजेपी के लोग ही रेप-मर्डर करने लगें तो क्या होगा. भारत में पर्यटक नहीं आ रहे हैं, क्योंकि माहौल बन गया है कि यूपी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. सरकार पंगु हो गई है.
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की मंगलवार को हंगामेदार शुरुआत हुई. सत्र के पहले दिन नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने सदन के अंदर और बाहर प्रदर्शन किया. हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. सपा नेताओं ने विधानमंडल भवन में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास शर्ट उतारकर नागरिकता कानून का विरोध किया.
विधानमंडल का शीतकालीन सत्र मंगलवार को शुरू हुआ, जो 20 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. यह मौजूदा वित्त वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट होगा.(एजेंसी से इनपुट)