
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने हाउस टैक्स माफी का ऐलान किया, तो बीजेपी खेमा इस ऐलान को बेअसर करने में जुटा है. बीजेपी ने केजरीवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि हाउस टैक्स खत्म करने का केजरीवाल का ऐलान झूठ है और ये उनका दोहरापन दिखाने वाला है.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली सरकार की एक चिठ्ठी दिखाते हुए कहा कि खुद केजरीवाल की सरकार ने एमसीडी को चिठ्ठी लिखकर कहा था कि एमसीडी हाउस टैक्स की दरें बढ़ाकर अपना रेवेन्यू बढ़ाए. यही नहीं दिल्ली सरकार की तरफ से आई चिठ्ठी में एमसीडी को यह भी कहा गया कि एमसीडी हाउस टैक्स में जो छूट या रिबेट दे रही है, उसे भी बंद किया जाए, ताकि एमसीडी की माली हालत ठीक हो सके.
मनोज तिवारी ने दावा किया कि एमसीडी ने पिछले दस साल में प्रापर्टी टैक्स की दरें कभी नहीं बढाईं, बल्कि कई स्कीम के ज़रिए प्रापर्टी टैक्स में तमाम तरह की छूट दी गई है. तिवारी के मुताबिक केजरीवाल सिर्फ चुनावी फायदे के लिए झूठी घोषणाएं करते हैं, लेकिन अब दिल्ली की जनता भी ये समझ चुकी है.
बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री आर पी सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जो चिठ्ठियां एमसीडी को लिखी हैं, वह इस बात का सुबूत हैं कि केजरीवाल कहते कुछ हैं और करते कुछ. दिल्ली की जनता को धोखा देने की कोशिश एक बार फिर हो रही है, क्योंकि प्रापर्टी टैक्स खत्म करने का उनका न तो अधिकार क्षेत्र हैं और न ही इरादा है.
आर पी सिंह के मुताबिक विधानसभा चुनाव के पहले भी केजरीवाल ने बिजली के दाम आधे करने का झांसा दिया था, लेकिन दिल्ली वालों के टैक्स का पैसा वह निजी बिजली कंपनियों को सब्सिडी के तौर पर दे रहे हैं, जबकि उन्होंने वादा बिजली के दाम आधा करने का वादा किया था.
यही नहीं आरपी सिंह ने एक और चिठ्ठी का हवाला देते हुए कहा, 'दिल्ली सरकार ने एमसीडी को अस्थायी सफाई कर्मचारियों को हटाने के लिए कहा है, साथ ही बेलदारों और कान्ट्रेक्ट के कर्माचरियों को भी नौकरी से हटाने के लिए लिखा है, जो उनके दोगलेपन को दिखाता है.'
एमसीडी चुनाव से पहले शुरू हुई आप और बीजेपी के बीच की रस्साकसी वोटिंग आते-आते अभी और गरमाएगी, क्योंकि एक बार फिर दिल्ली में फ्री पॉलिटिक्स के ज़रिए दिल्ली के वोटरों को लुभाने की कवायद शुरू हो गई है.