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नोट बैन: अमित शाह का विपक्ष पर हमला, कहा- कालेधन पर खुली माया-मुलायम की पोल

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हजार और पांच सौ के नोटों को बंद करने के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम भ्रष्टाचार के विरोध में है और देश की जनता इसका समर्थन करना चाहिए.

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह
सुरभि गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 11 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 10:27 PM IST

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पांच सौ और हजार के नोट बंद होने और नए नोट जारी होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस फैसले से प्रामाणिक करदाताओं को डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार छोटे व्यापारी, किसान, मजदूर, गरीब के हितों की रक्षा करेगी. इस दौरान शाह ने विरोध कर रही पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह फैसला आतंकियों, नक्सलियों, काला धन रखने वालों के खिलाफ है, इससे बीएसपी, सपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी क्यों परेशान हो रही है.

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अमित शाह ने बताया कि ढाई लाख से कम 500 और हजार का नोट रखने वाले लोगों से कोई पूछताछ नहीं की जाएगी. 30 दिसंबर तक सभी बैंकों में पुराने नोट स्वीकार किए जाएंगे, इसलिए लोग हड़बड़ी ना करें. शाह ने बैंक और बैंक कर्मचारियों को जनता का सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया.

बीजेपी अध्यक्ष ने बताया कि सरकार का यह कदम भ्रष्टाचार के विरोध में है और उन्होंने देश की जनता से अपील की है कि वो इस मुहिम से जुड़े और इसका समर्थन करे. लोगों के सामने आ रही दिक्कतों पर अमित शाह ने कहा कि भारत सरकार ने कमियों पर तत्काल सुधार के लिए टीम बनाई है. इसके तहत तीन दिन तक टोल टैक्स की वसूली पर रोक लगा दिया गया है. वहीं सरकारी भुगतान जैसे टेलीफोन, बिजली, पानी का बिल भरने में पुराने नोटों को स्वीकार किया गया है.

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एटीएम मशीनों पर लोगों के सामने आ रही दिक्कतों पर अमित शाह ने कहा कि एटीएम मशीन है मानव नहीं है, जो नोटों के हिसाब से ऑपरेट होता है. नए नोट का साइज और वजन अलग है, जिसके लिए व्यवस्था बदलने में थोड़ा वक्त लगेगा. शाह ने बताया कि सौ-सौ के नोट उपलब्ध हैं, लेकिन ये नोट ज्यादा मात्रा में भरे नहीं जा सकते, इसलिए एटीएम जल्दी-जल्दी खाली हो रहे हैं.

शाह ने कहा कि कुछ तकलीफ सहते हुए अगर देश के अर्थतंत्र को बहुत बड़ा फायदा होता है, तो जनता को सरकार का सहयोग करना चाहिए. उन्होंने बताया कि फर्जी, काले नोट को निकालना जरूरी है क्योंकि इसके बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता.

सरकार के इस फैसले का राजनीतिक दलों द्वारा विरोध करने पर शाह ने कहा कि दो दिन से राजनीतिक पार्टियों की प्रतिक्रियाएं जनता देख रही है. कई राजनीतिक दलों में हाय-तौबा पर आश्चर्य जताते हुए शाह ने कहा कि काला धन को लेकर मोदी सरकार पर हमले बोलने वालों को इस फैसले से क्या पीड़ा है. राजनीति स्वच्छ हो, देश से काला धन बाहर हो इससे क्या परेशानी हो सकती है.

अमित शाह ने कहा कि इस पुराने बड़े नोटों पर पाबंदी से आतंकियों, नक्सिलयों, जाली नोटों का कारोबार करने वालों को परेशानी हो सकती है. बीएसपी, सपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को जवाब देना चाहिए कि वे कालाबाजारियों के साथ हैं या उनके खिलाफ हैं. शाह ने कहा कि चारों पार्टियों ने अपने आप को एक्सपोज कर दिया है, जनता को अपना असली चेहरा दिखा दिया है.

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हजार और पांच सौ के पुराने नोटों को बंद करने के फैसले पर अमित शाह ने कहा कि ये कोई अपने आप में अकेला कदम नहीं है. सरकार ने सबसे पहले जनधन योजना के तहत सभी परिवारों का बैंक खाता खुलवाया, फिर एसआईटी का घटन कर काले धन से जुड़ी जानकारियां हासिल की गईं. कई देशों के साथ काले धन से जुड़ी सूचनाएं साझा करने का प्रयास किया गया.

बीजेपी प्रमुख ने मोदी सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे महंगाई कम होगी और देश का अर्थतंत्र आगे बढ़ेगा. शाह ने बताया कि तकलीफों के बाद भी देश का नागरिक इस फैसले की प्रशंसा कर रहा है. कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह ने मीडिया को सलाह दी कि वो जनता का मार्गदर्शन करे, लोगों को भय से मुक्त करे और बेवजह का माहौल ना बनाए.

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