
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'कपड़ों से पहचानने' वाला बयान दिया था. पीएम मोदी के बाद अब उनकी ही पार्टी के सीनियर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अजीबोगरीब बयान दिया है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'मेरे घर में काम कर रहे मजदूरों के पोहा खाने के स्टाइल से मैं समझ गया कि वह बांग्लादेशी हैं.'
गुरुवार को इंदौर शहर में एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'जब हाल में ही मेरे घर में एक कमरे के निर्माण का काम चल रहा था तो कुछ मजदूरों के खाना खाने का स्टाइल मुझे अजीब लगा. वे केवल पोहा खा रहे थे. मैंने उनके सुपरवाइजर से बात की और शक जाहिर किया कि क्या ये बांग्लादेशी हैं. इसके दो दिन बाद सभी मजदूर काम पर आए ही नहीं.'
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विजयवर्गीय ने लोगों को किया आगाह
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इस मामले में मैंने अभी तक पुलिस शिकायत नहीं दर्ज कराई है. मैं केवल इस घटना का जिक्र करते आप लोगों को आगाह करना चाहता हूं. यह सब देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है. मैं जब बाहर जाता हूं तो मेरे साथ 6 सुरक्षाकर्मी चलते हैं, क्योंकि घुसपैठिए देश का माहौल बिगाड़ रहे हैं.'
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विजयवर्गीय बोले- देश हित में है CAA
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'अफवाहों से गुमराह मत हो, सीएए में देश का हित है. यह कानून वास्तविक शरणार्थियों को नागरिकता देगा और घुसपैठियों की पहचान होगी, जो देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं.'
आग लगाने वालों का पता कपड़ों से चल जाता
झारखंड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था, 'ये कांग्रेस और उसके साथी हो-हल्ला मचा रहे हैं, तूफान खड़ा कर रहे हैं. उनकी बात चलती नहीं है तो आगजनी फैला रहे हैं. ये जो आग लगा रहे हैं, टीवी पर जो उनके दृश्य आ रहे हैं, ये आग लगाने वाले कौन हैं, उनके कपड़ों से ही पता चल जाता है.'