
एजेंडा आज तक के 7वें सत्र का मुद्दा रहा- 'कितनी हकीकत, कितना फंसाना'. मंच पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन, सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान और कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह आमने-सामने थे. किसानों के मुद्दों पर आरपीएन ने कहा कि एनडीए के राज में किसानों की क्या हालत है, सब जानते हैं. इस पर शाहनवाज ने कहा कि जब तक आप संसद नहीं चलने देंगे, हम कैसे काम करेंगे.
आरपीएन सिंह ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि किसी की विचार धारा आपसे अलग हो और आप उसको रोकने की कोशिश करें तो यह गलत है. कांग्रेस उन आवाजों को बंद नहीं होने देगी. बोफार्स मामले में बीजेपी कुछ नहीं कर पाई. अंजान ने कहा कि नेशनल हेराल्ड कैसे खड़ा हुआ, इस पर कांग्रेस को श्वेत पत्र लाना चाहिए, ताकि पूरा देश इस हकीकत को जान पाए.
जीएसटी बिल पर बहस
जीएसटी बिल को लेकर भी आरपीएन सिंह बीजेपी नेता पर बरसे. उन्होंने कहा कि ये लोग देश को जीएसटी के बड़े ताने देते हैं. वे कहते हैं कि वो देश को बदलना चाहते हैं. लेकिन इन्हीं लोगों ने तीन साल तक जीएसटी को लागू नहीं होने दिया. अंजान ने कहा कि जीएसटी पर बहुत बातें हो रही हैं. लेकिन जब कांग्रेस की सरकार होते हुए जीएसटी आया था, तब अरुण जेटली ने उस बिल का जमकर विरोध किया था.
कांग्रेस पर फायर हुए हुसैन
आरपीएन सिंह के हमलों के बाद शाहनवाज हुसैन ने उन पर पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस को जिनते वोट नहीं मिले, उससे ज्यादा लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ी. आरपीएन बोले, सब्सिडी मैंने भी छोड़ी है, लेकिन मुझे बीजेपी का आदमी मत समझिए. हुसैन ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि इमने किसानों के लिए चैनल खोला, किसान बीमा योजना शुरू की और हम काला धन भी वापस लाने वाले हैं.