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सत्यपाल सिंह का दावा- 2008 में भेजी थी जाकिर की संदिग्ध गतिविधियों पर रिपोर्ट, नहीं हुई कार्रवाई

सत्यपाल सिंह ने दावा किया है कि उन्होंने जाकिर नाइक की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर 2008 में केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी थी लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

सत्यपाल सिंह तब मुंबई के पुलिस कमिश्नर थे सत्यपाल सिंह तब मुंबई के पुलिस कमिश्नर थे
संदीप कुमार सिंह
  • मेरठ,
  • 09 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 11:50 PM IST

ढाका में पिछले हफ्ते हुए आतंकी हमले के बाद चर्चा में आए इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक को लेकर मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने बड़ा खुलासा किया है. सत्यपाल सिंह ने दावा किया है कि उन्होंने जाकिर नाइक की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर 2008 में केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी थी लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

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लोगों को बरगलाने का आरोप
उन्होंने बताया की जब वे कमिश्नर थे उन्होंने डॉ. जाकिर को लेकर सरकार को भी अवगत कराया था लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया जिसके चलते आज ये दिन देखना पड़ रहा है. जाकिर नाइक धर्म परिवर्तन कराता है ओर लोगों को बरगलाता है उसको विदेशों से फंडिंग भी होती है.

यूपी सरकार को भी घेरा
बागपत से भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह ने शनिवार को मेरठ में पत्रकार वार्ता करते हुए कानून व्यवस्था को लेकर यूपी सरकार को कठघरे में खड़ा किया वहीं विवादों में आये डॉ. जाकिर नाइक की फंडिंग की जांच कराने की मांग की.

'नाइक की सभाओं में गया हूं'
डॉ. जाकिर के बारे में सत्यपाल सिंह ने बताया की वो एक दशक से उन्हें जानते हैं. वो खुद भी उनकी सभाओं में गए हैं और वहां की हालत देख चुके हैं. उन्होंने कहा की फॉरेन फंडिंग के जरिए वहां हो रहे धर्मपरिवर्तन को देखते हुए उनकी फाउंडेशन को रद्द किया जाना चाहिए.

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'सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया'
पूर्व मुम्बई पुलिस कमिश्नर और बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह से जब जाकिर नाइक पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि 2008 के दौरान जब वे मुंबई पुलिस कमिश्नर थे तब उन्होंने उसकी जांच कर एक रिपोर्ट राज्य सरकार और तत्कालीन केंद्र सरकार को भेजी थी. और उस पर कार्रवाई के लिए कहा था लेकिन उस वक्त भारत सरकार उस पर गंभीर नहीं हुई. अगर गंभीर हुई होती तो आज ये दिन ना देखना पड़ता.

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