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‘सीधी बात’ में बोले अमित शाह, पाकिस्तान की हर गोली का जवाब हम गोले से देंगे

अमित शाह ने कहा कि नीतियों से कभी नीयत नहीं बदलती. अगर ऐसा होता तो अब तक पाकिस्तान की नीयत बदल चुकी होती. अब इसका उपाय यही है कि अगर आप गोली चलाओगे तो गोले से जवाब दिया जाएगा.

सीधी बात में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सीधी बात में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह
श्वेता सिंह/राहुल विश्वकर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 25 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 8:00 AM IST

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि पाकिस्तान का अब एक ही इलाज है. गोली का जवाब अब हम बम से देंगे. शाह ने ये बात ‘आजतक’ के फ्लैगशिप शो ‘सीधी बात’ में कही. 24 मार्च से शुरू हुए इस नए शो में अमित शाह ने बॉर्डर की स्थिति और पाकिस्तान की नीयत के सवाल पर कहा कि उसकी नीयत भारत नहीं बदल सकता.

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अमित शाह ने कहा कि नीतियों से कभी नीयत नहीं बदलती. अगर ऐसा होता तो अब तक पाकिस्तान की नीयत बदल चुकी होती. अब इसका उपाय यही है कि अगर आप गोली चलाओगे तो गोले से जवाब दिया जाएगा. अगर वार्ता करनी है तो पहले शांति स्थापित करें. यही इसका उपाय है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जहां बंदूकें और गोले के धमाके हो रहे हों, वहां क्या शांति की वार्ता हो सकती है?

नए कलेवर में फिर से शुरू हुए शो ‘सीधी बात’ की पहली कड़ी में अमित शाह ने राहुल गांधी से लेकर राज्यसभा चुनाव, कर्नाटक चुनाव और अगले साल होने वाले आम चुनावों तक पर अपनी बात रखी. 2019 में तीसरे मोर्चे और विपक्षी पार्टियों के गठबंधन के प्रयासों पर भी उन्होंने टिप्पणी की. हालांकि कर्नाटक के टारगेट पर अमित शाह ने कहा कि यह परिस्थि‍तियों पर निर्भर करेगा.

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अमित शाह ने कहा कि जब भी कोई मजबूत पार्टी खड़ी होती है तो बाकी सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर उसे हराने का प्रयास करती है. ऐसे में गठबंधन को लेकर कोई खतरा नहीं है. वहीं यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी तीसरे मोर्चे के लीडर बन सकते हैं तो अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी के हार के रेकॉर्ड को देखते हुए तीसरा मोर्चा खुद नहीं चाहता कि उनकी हार की परछाई उस पर पड़े.

शाह से जब पूछा गया कि विशेषज्ञ कयास लगा रहे हैं कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी 2019 में दोबारा साथ आते हैं तो उन्हें 50 से ज्यादा सीटें हासिल होंगी? इस सवाल के जवाब में शाह ने कहा, ‘ये सरल नहीं है. मीडिया दो सीटों (गोरखपुर और फूलपुर) के नतीजों को लेकर बाग-बाग है. कांग्रेस की ओर से संसद परिसर में मिठाई बांटी गई कि हमने उपचुनाव में आठ सीटें खोई हैं लेकिन ये कोई नहीं कह रहा कि हमने उनसे 11 प्रदेश छीने हैं. कोई भी त्रिपुरा का नाम नहीं ले रहा, जहां दो हफ्ते पहले ही हमने भारी जीत हासिल की.’

(देखें पूरा इंटरव्यू)

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