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यूपी में खराब कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी का जोरदार प्रदर्शन, पुलिस के छूटे पसीने

कुछ बीजेपी के कार्यकर्ता भी घायल हुए और पुलिसकर्मी भी. लेकिन बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में विधानसभा घेरने के अपने ऐलान को शानदार बनाने के लिए पूरी ताकत लगा दी और उनको काबू में करने में पुलिस वालों को पसीने आ गए.

कार्यकर्ताओं को काबू करने में छूटे पुलिस के पसीने कार्यकर्ताओं को काबू करने में छूटे पुलिस के पसीने
बालकृष्ण/रोहित गुप्ता
  • लखनऊ,
  • 24 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 6:27 PM IST

लखनऊ में बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा का नजारा कुछ अजीब था. सदन के भीतर अखिलेश यादव की सरकार अनुपूरकर बजट पास करा रही थी और विधानसभा के ठीक बाहर बीजेपी और पुसिस के लोग जोरदार तरीके से आपस में भिडे हुए थे. लाठियां चलीं, पत्थर चले, रबर बुलेट चले, आंसू गैस के गोले चले और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन तो काफी देर तक चला.

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 बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता भी घायल हुए और पुलिसकर्मी भी. लेकिन बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में विधानसभा घेरने के अपने ऐलान को शानदार बनाने के लिए पूरी ताकत लगा दी और उनको काबू में करने में पुलिस वालों को पसीने आ गए. पुलिस ने विधानसभा के ठीक सामने बने बीजेपी के दफ्तर को घेरकर छावनी में तब्दील कर दिया था लेकिन जोश से भरे कार्यकर्ता तेज पानी की बैछार किए जाने के बावजूद लंबे समय तक डटे रहे.

कैग की रिपोर्ट ने बढ़ाया बीजेपी का जोश
बीजेपी ने पहले से ऐलान कर रखा था कि वो यूपी में खराब कानून व्यवस्था के खिलाफ 24 अगस्त को विधानसभा का घेराव करेंगे. लेकिन एक दिन पहले ही कैग की रिपोर्ट ने बीजेपी का जोश दोगुना कर दिया. मंगलवार को विधानसभा में पेश की गई कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले पांच सालों में यूपी में कानून व्यवस्था की हालत बदतर हुई है और बलात्कार तथा महिलाओं के खिलाफ अपराध में भारी इजाफा हुआ है.

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आजम बोले- ये यूपी की इमेज खराब करने की साजिश
उधर नगर विकास मंत्री आजम खान ने सदन में कैग की रिपोर्ट पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि झूठे आंकडों के आधार पर यूपी की इमेज खराब करने की कोशिश की जा रही है. बीजेपी के विरोध पर कटाक्ष करते हुए आजम खान ने कहा कि बीजेपी के बडे नेताओं ने सड़क पर संघर्ष करने के लिए कार्यकर्ताओं को भेज दिया और खुद एसी कमरों में बैठे रहे.

विधानसभा का सत्र 29 तक स्थगित
बीजेपी के प्रदर्शन से लखनऊ का ट्रैफिक बुरी तरह चरमरा गया. लोग घंटो जाम में फंसे रहे और ट्रैफिक पुलिस लाचार नजर आई. विधानसभा का सत्र 29 तारीख के लिए स्थगित कर दिया गया है क्योंकि बीच में लगातार छुट्टियां हैं.

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