
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मुस्लिमों में चार-चार विवाह करने जैसी बहुविवाह प्रथा पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि देश में कानून बनाकर बहु-विवाह प्रथा पर रोक लगनी चाहिए. सुशील मोदी ने कहा कि तीन तलाक और बहुविवाह समाजिक कुरीतियां हैं इसे खत्म होना चाहिए. आरजेडी ने सुशील कुमार मोदी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुशील मोदी को मुसलमानों की बहुत चिंता है लेकिन उनके बीजेपी के शासन में जो दलितों पर अत्याचार हो रहा है उसका क्या.
आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि सुशील मोदी मुसलमानों में बहुविवाह को लेकर चिंतित हैं, लेकिन मैं तो उनसे जानता चाहता हूं कि उनकी पार्टी दलितों को हिंदु मानती है या नहीं? जहां तक सुशील मोदी की चिंता का सवाल है तो इस महंगाई के जमाने में एक पत्नी के साथ एकल परिवार चलाना तो हिमालय पर चढ़ने के समान है, ऐसे में चार पत्नियां कौन रखता है. जिस प्रकार भीमा कोरेगांव में हिंदुत्ववादियों ने दलितों पर हमला किया इससे तो यही साबित होता है कि वो लोग दलितों को हिंदू नहीं मानते.
केंद्र में सुशील मोदी की पार्टी की सरकार बनने के बाद तो दलित विरोधी घटनाओं में भारी इजाफा हुआ है. मुसलमान और दलित दोनों तथाकथित गौरक्षकों के शिकार हो रहे हैं. दलितों को न्याय का अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष करने वाले देश की सुरक्षा के लिए खतरा माने जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सुशील मोदी की जमात इंसानों के बीच बराबरी के सिद्धांत को नहीं मानती है. इनका यकीन भारतीय संविधान में नहीं है. ये लोग संविधान को बदलकर मनुस्मृति के आधार पर शासन चलाना चाहते हैं. जातीय गैरबराबरी को मिटाकर सामाजिक समता के आधार पर हिंदू समाज को संगठित करना इनका मकसद नहीं है. ये मुसलमानों और इसाईयों के खिलाफ नफरत फैलाकर हिंदू वोट बैंक बनाना चाहते हैं. आरजेडी इनके मंसूबों को बिहार की धरती पर पूरा होने नहीं देगा. हम जनता के बीच इनको बेनकाब करेंगे.