
देश में जीएसटी लागू हो गया है, लेकिन इस नए टैक्स सिस्टम को लेकर तमाम आशंकाओं ने व्यापारियों के साथ ही आम लोगों को भी घेर रखा है. केंद्र सरकार ने जीएसटी को लेकर खूब प्रचार किया है. लोगों से लेकर दुकानदारों और व्यापारियों को जीएसटी की बारीकियां समझाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए गए हैं, साथ ही केंद्र के इस बहुप्रचारित टैक्स को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी भी कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती.
BJP दफ्तर में जीएसटी की स्थाई पाठशाला
दिल्ली बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के जरिए आम लोगों के बीच जीएसटी के प्रति जागरुकता लाने का अभियान चलाया है. इसके लिए हर उस कार्यकर्ता को जो पार्टी के संगठन में किसी भी स्तर पर पदाधिकारी है, उसे जीएसटी का पाठ पढ़ाया जा रहा है. यही नहीं अब तो दिल्ली बीजेपी ने अपने दफ्तर में जीएसटी को लेकर स्थायी पाठशाला लगा दी है. दिल्ली बीजेपी के पंत मार्ग के दफ्तर में एंट्री करते ही कार्यकर्ताओं का सामना जीएसटी की खूबियां बताने वाले बोर्डों से होती है. इन बोर्ड के जरिए जीएसटी को ना सिर्फ समझाया गया है, बल्कि ये भी बताया गया है कि जीएसटी लागू होने के बाद देश के टैक्स सिस्टम में क्या बदलाव हुए हैं और इनका किसको क्या फायदा होगा.
दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रभारी प्रवीण शंकर कपूर ने बताया कोशिश है कि अगर कोई पार्टी के कार्यकर्ता या नेता से जीएसटी के बारे में कुछ भी पूछे तो उसे इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए.
दफ्तर में जीएसटी से जुड़ी तमाम जानकारी
दिल्ली बीजेपी के दफ्तर में आने वाले लोगों को ना सिर्फ जीएसटी की बारीकियां होर्डिंग्स और बोर्ड के जरिए पता चलेंगी, बल्कि ऐसी चीजों के बारे में भी पता चलेगा, जिनका सीधा संबंध जनता से है. मसलन जीएसटी लागू होने के बाद किन चीजों के दाम कम हुए हैं, किन-किन चीज़ों पर टैक्स की दरें घटी हैं, ये सभी जानकारियां एक ही जगह मिल जाएंगी.
GST का राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है BJP
इस तरह की अलग-अलग कवायद के पीछे वजह ये है कि बीजेपी जीएसटी के प्रचार के जरिए राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश में कर रही है क्योंकि अगर जीएसटी के बारे में असमंजस या आशंकाएं बनी रहीं, तो पार्टी को इसका राजनीतिक नुकसान ना उठाना पड़े.