Advertisement

इस आधार पर बीएसएफ ने रद्द की जवान तेज बहादुर की VRS की अर्जी

ख़राब खाने के मामले को लेकर बीएसएफ के जवान तेज बहादुर सिंह के वायरल वीडियो के सुर्ख़ियों में आने के बाद अब एक बार फिर तेज बहादुर का मामला सुर्ख़ियों में है. बीएसएफ ने तेज बहादुर का 31 तारिख को मिलने वाला वीआरएस रद्द कर दिया है.

खराब खाने को लेकर जवान ने का वीडियो वायरल खराब खाने को लेकर जवान ने का वीडियो वायरल
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 02 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 3:30 PM IST

ख़राब खाने के मामले को लेकर बीएसएफ के जवान तेज बहादुर सिंह के वायरल वीडियो के सुर्ख़ियों में आने के बाद अब एक बार फिर तेज बहादुर का मामला सुर्ख़ियों में है. बीएसएफ ने तेज बहादुर का 31 तारिख को मिलने वाला वीआरएस रद्द कर दिया है.

वीआरएस रद्द करते हुए बीएसएफ अफसरों ने कहा है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक तेज बहादुर बीएसएफ छोड़कर नहीं जा सकते. इस मामले ने अब तेज बहादुर के परिवार की चिंताएं बढ़ा दी हैं. आपको बता दें कि तेज बहादुर सिंह जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सरहद पर तैनात थे. खराब खाने के वीडियो वायरल करने के बाद उन्हें वहां से हटाकर हेडक्वार्टर में लगा दिया गया था. उधर तेज बहादुर की पत्नी शर्मिला ने बीएसएफ पर आरोप लगाए हैं, जिससे बीएसएफ की किरकिरी हुई है.

Advertisement

तेज बहादुर की पत्नी ने लगाए ये आरोप
शर्मिला का कहना है कि उनके पति वीआरएस लेकर 31 जनवरी को घर आ रहे थे, लेकिन वह आए नहीं. मैं उनका इंतजार करती रह गई. शर्मिला ने बताया था कि उनके पति की वीआरएस कैंसिल कर दी गई है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. इतना ही नहीं उन्हें धमकी दी जा रही है और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है.

बीएसएफ ने आरोपों को बताया गलत
आज तक ने जब बीएसएफ पर शर्मिला के लगाए गए आरोप पर अधिकारियों से बात की तो बीएसएफ ने कहा कि जो भी आरोप लगाए गए हैं वो आरोप गलत हैं. तेज बहादुर सिंह बीएसएफ के बेस हेड क्वार्टर में ठीक तरीके से रह रहे हैं. अभी उनका वीआरएस रद्द किया गया है. जिसकी जानकारी उनको 30 तारीख की शाम को दे दी गई थी.

Advertisement

गौरतलब है कि लगभग तीन हफ्ते पहले तेज बहादुर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालते हुए बीएसएस में जवानों को खराब खाना देने और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था. वीडियो के वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने गृह मंत्रालय से रिपोर्ट तलब की थी. गृह मंत्रालय ने अपनी जांच रिपोर्ट में तेज बहादुर के आरोपों को गलत बताया था. बीएसएफ और अन्य अर्द्धसैनिक बल गृह मंत्रालय के तहत आते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement