
बिहार सरकार ने एक अप्रैल से राज्य में पूर्ण शराब बंदी की घोषणा की है, जिसके बाद से राज्य के सभी शराब कारोबारी परेशान हैं. शराब कारोबारियों ने बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकत की. राज्य भर के कई शराब कारोबारी पटना में लालू प्रसाद के आवास पर पहुंचे, उन्हें अपना दर्द सुनाया और एक ज्ञापन सौंपा.
नहीं मिले सीएम नीतीश
बुधवार सुबह कारोबारी पहले राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे थे लेकिन सीएम वहां मौजूद नहीं थे. इसके बाद शराब कारोबारियों ने लालू के घर का रुख किया.
पूर्ण नशाबंदी हो
शराब कारोबारियों का कहना है कि या तो राज्य में पूर्ण नशाबंदी हो, या उन्हें भी कारोबार करने दिया जाए. हाजीपुर के शराब व्यवसायी राजीव रंजन ने बताया कि एक ओर जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अप्रैल से शराबबंदी की घोषणा की है, वहीं सरकार के लोग कह रहे हैं कि शराब की दुकानें अब सरकार की एजेंसी चलाएगी .
20 लाख का छिन जाएगा रोजगार
एक शराब व्यवसायी ने कहा कि अगर राज्य में शराब बंदी हुई तो इस कारोबार से जुड़े करीब बीस लाख लोग बेरोजगार हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर शराब पर रोक लग रही है तो राज्य में गुटखा और ताड़ी पर भी कारगर ढंग से प्रतिबंध लगे.
दी आंदोलन की धमकी
शराब कारोबारियों ने कहा कि अगर सरकार पूर्ण रूप से शराब बंदी करती है, तो हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन अगर सिर्फ खुदरा दुकानदारों पर ही रोक लगती है, तो सारे व्यवसायी सरकार के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन करेंगे .
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने राज्य में एक अप्रैल से सभी तरह की शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है.