
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) की ओर से आज महाराष्ट्र बंद बुलाया गया है. भारिप बहुजन महासंघ (बीबीएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर की ओर से बुलाए गए बंद का प्रदेश में मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है.
पुणे में हालात सामान्य हैं. लोग घरों से निकल रोजमर्रा के कार्य कर रहे हैं. दुकानें खुली हैं और सड़क पर वाहनों के परिचालन पर भी कोई असर नजर नहीं आ रहा. मुंबई में भी स्थिति सामान्य है. हालांकि एहतियातन सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. जगह-जगह पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है.
पुणे और मुंबई के अलावा नासिक, ठाणे, औरंगाबाद, नागपुर समेत विभिन्न जिलों में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. विशेषकर उन जिलों में, जहां वंचित बहुजन अघाड़ी का अच्छा प्रभाव है.
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बता दें कि वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ महाराष्ट्र बंद का आह्वान करते हुए अन्य राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से भी इसका समर्थन करने की अपील की थी. आंबेडकर ने बंद को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात की थी.
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क्या कहा था आंबेडकर ने
प्रकाश आंबेडकर ने सीएए को जबरदस्ती थोपे जाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि केंद्र सरकार के इस कदम से देश में अशांति का माहौल बन गया है. जनता में अविश्वास का भाव है. उन्होंने आर्थिक नीतियों को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि गलत नीतियों के कारण देश आर्थिक दिवालियापन की राह पर है.