
कैब रेप कांड के आरोपी शिव कुमार पर पहले भी आरोप लग चुके हैं पर उबेर ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, एक अमेरिकन महिला ने ट्विटर पर अपनी शिकायत और शिव कुमार की फोटो वाली पर्ची शेयर की है, साथ ही उबेर के तरफ से आए जवाब भी डाला है जिसमें शिव कुमार के खिलाफ जांच की बात की गई थी.
महिला एग्जिक्यूटिव से शुक्रवार को कैब में रेप के आरोपी शिव कुमार यादव के अपराध की कुंडली जैसे-जैसे खुलती जा रही है, शिव के सनसनीखेज करतूत सामने आते जा रहे हैं. ताजा मामला है अमेरिका में रहने वाली एक महिला का है, जिसने शिव के खिलाफ उबर में शिकायत की थी.
चलती कैब में रेप का खुलासा होने के बाद इस महिला ने ट्वीट कर खुद आपबीती सुनाई है. महिला के मुताबिक 26 नवंबर को उसने चांदनी चौक से पालम के लिए उबर की कैब बुक की थी. उस रोज भी कैब का ड्राइवर शिव यादव ही था. महिला के मुताबिक पूरे सफर के दौरान आरोपी शिव उसे बुरी नीयत से घूर रहा था और सफर के बाद उसने उबर से इसकी शिकायत भी की थी.
महिला ने ट्विटर पर बुकिंग की रसीद भी शेयर की है. रसीद में शिव यादव की तस्वीर भी लगी हुई है. महिला ने ट्विटर पर उबर की तरफ से मिला जवाब भी शेयर किया है.
उबर सपोर्ट की तरफ से जवाब में कहा गया कि यहां जो कुछ हुआ उसके लिए खेद है. निश्चित तौर पर उबेर में इसकी अपेक्षा नहीं की जाती. मैंने ड्राइवर ऑपरेशन टीम को आपका फीडबैक बढ़ा दिया है ताकि शिव को लेकर वो इसकी जांच कर सकें.
आपको बता दें कि महिला ने शिकायत 26 नवंबर को की थी और उबर का जवाब दो दिसंबर को आया. यानी पूरे एक हफ्ते का वक्त लगा. जाहिर है कंपनी की संजीदगी पर भी सवाल उठते हैं.
बहरहाल सवाल उठते हैं कि अगर उबर ने शिव ने खिलाफ उसी वक्त कार्रवाई की होती तो महिला एक्जीक्यूटिव के साथ रेप नहीं होता. गौरतलब है कि शिव पुराना हिस्ट्रीशीटर है. उसके गांव के लोग बताते हैं कि उसकी गंदी हरकतों से हरकोई वाकिफ हैं.
चौंकाने वाली बात यह है कि जैसे ही शिव की गिरफ्तारी की खबर उसके गांव राम नगर पहुंची, वहां की महिलाओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया. उन्होंने हलवा बांटा और शिव मंदिर में पूजा की. इससे यह साफ है कि शिव की हरकतों से उसके गांव की महिला किस कदर परेशान थी. आपको बता दें कि शिव यादव को 2013 में रेप से जुड़े एक मामले में मैनपुरी में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि 6 महीने बाद उसे बेल पर रिहा कर दिया.