
करीब 22 साल से फरार चल रहे अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन से पूछताछ कर रही सीबीआई की एक विशेष टीम अगले कुछ दिनों में कर्नाटक के स्थानीय पासपोर्ट कार्यालय जाएगी. 2003 में इसी पासपोर्ट कार्यालय से छोटा राजन को फर्जी नाम और पते पर पासपोर्ट जारी किया गया था.
सूत्रों ने बताया कि छोटा राजन को यह पासपोर्ट तत्काल सेवा के तहत प्रदान किया गया था. इसकी अंतिम समय सीमा 2008 तक थी, लेकिन छोटा राजन ने किसी तरह अपने इस पासपोर्ट को 8 जुलाई, 2008 से सात जुलाई 2018 तक के लिए रिन्यू करा लिया था.
जांच एजेंसी ने छोटा राजन के खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम-1967 और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम-1988 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. इसके अलावा आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी, दस्तावेजों के साथ जालसाजी के आरोप में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है.
सीबीआई को पासपोर्ट फर्जीवाड़ा मामले की जांच के लिए छोटा राजन की 10 दिन की हिरासत मिली है. महाराष्ट्र पुलिस को भी अभी उसके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले सीबीआई को सौंपने हैं. उसके खिलाफ दिल्ली, यूपी और गुजरात में भी कई मामले दर्ज हैं.
छोटा राजन इसी फर्जी पासपोर्ट पर 22 सितंबर, 2003 से 24 अक्टूबर, 2015 के बीच 12 वर्षों तक आॅस्ट्रेलिया में पड़ा रहा. उसने मोहन कुमार के फर्जी नाम और 107/बी, पुराना एम. सी. रोड, आजाद नगर, कर्नाटक के फर्जी पते पर यह पासपोर्ट नं. G9273860 हासिल किया था.