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लालू के घर छठ की अद्भुत छटा, खरना की पूजा में पहुंचे नीतीश

भगवान भास्कर की आराधना के चार दिवसीय महापर्व छठ के आज दूसरे दिन बिहार के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के आवास सहित प्रदेश में व्रतियों के दिनभर निर्जला उपवास रखने के बाद शाम में खरना अनुष्ठान के तहत रोटी एवं खीर का भोग लगाए जाने और पूजा-अर्चना की.

पंकज श्रीवास्तव
  • पटना,
  • 16 नवंबर 2015,
  • अपडेटेड 11:25 PM IST

भगवान भास्कर की आराधना के चार दिवसीय महापर्व छठ के आज दूसरे दिन बिहार के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के आवास सहित प्रदेश में व्रतियों के दिनभर निर्जला उपवास रखने के बाद शाम में खरना अनुष्ठान के तहत रोटी एवं खीर का भोग लगाए जाने और पूजा-अर्चना की.

पटना के सात सकुर्लर रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे श्रद्धालुओं और मुलाकातियों के बीच नीतीश ने अपने हाथों से खरना के तहत तैयार किए गए प्रसाद रूपी रोटी और खीर वितरित किए. मुख्यमंत्री के बडे भाई सतीश कुमार की पत्नी गीता देवी और अन्य रिश्तेदारों ने छठ व्रत किया है.

इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश ने छठ पर्व की बिहार और देश वासियों को शुभकामना देते हुए कहा कि यह लोक आस्था का महापर्व है और बिहार में यह बहुत ही आस्था के साथ मनाया जाता है तथा इस प्रदेश से निकलकर देश और देश के बाहर जहां कहीं भी बसे हैं हर जगह इस पर्व को उनके द्वारा मनाए जाने की लंबी परंपरा है. नीतीश ने कहा कि यह पर्व आत्मानुशासन की प्रेरणा देता है और पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ इस पर्व में भाग लेते हैं. व्रत बहुत ही कठिन होता है पर लोग उसे रखते हैं और बाकी सभी लोगों की भी उसमें भागीदारी रहती है.

उन्होंने कहा कि इस अवसर पर वे यह प्रार्थना करेंगे कि जिस प्रकार से अनुशासन का भाव, स्वच्छता की प्रवृत्ति इन दिनों देखने को मिलती है अगर उसका एक दशांक भी शेष समय आ जाए तो समाज में बहुत बडा परिवर्तन अपने आप हो जाएगा.

यह ऐसा पर्व है कि सबकुछ खास: नीतीश
हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू-राजद-कांग्रेस महागठबंधन की भारी विजय को ध्यान में रखते हुए इस पर्व के उनके लिए खास होने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने उसे टालते हुए कहा कि यह पर्व अपने आप में खास है और सभी के लिए खास है. यह तो ऐसा पर्व है कि सबकुछ खास है. यह अगले या पिछले साल की बात ही नहीं है. निरंतर जबसे हमलोगों ने होश संभाला है तभी से देख रहे हैं. इसकी खासियत अदभुत है और इस पर्व को देखकर और इसके बारे में सुनकार लोगों के बीच भी कौतुहल पैदा होता है. उन्होंने कहा कि इस पर्व के दौरान इतना अधिक परस्पर प्रेम, सदभाव और सहयोग का भाव देखने को मिलता है तथा व्यवहारिक रूप में प्रकट होता है जो कि बाकी समय के लिए अनुकरणीय है.

आगामी 20 नवंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर शपथ लेने के अवसर पर विभिन्न दलों के नेताओं को आमंत्रण भेजे जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि छठ पर्व तक कोई दूसरी बात नहीं, इस पर्व के संपन्न हो जाने के बारे में इसबारे में सूचित कर दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री के आवास से कुछ ही दूरी पर दस सकरुलर रोड स्थित अपने आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी जिन्होंने छठ व्रत रखा है अपनी बडी पुत्री मीसा भारती तथा परिवार की अन्य महिला सदस्यों के साथ खरना के तहत खीर और रोटी बनाया और पूजा अर्चना की.

इस अवसर पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने बिहार और देश वासियों को छठ पर्व की शुभकामना देते हुए कहा कि इस पवित्र पर्व के दौरान लोग अनुशासन में रहते हैं तथा अपने घर और आसपास की एवं नदी और तालाब के किनारे जहां व्रती अर्घ्य देते हैं.

शांति और अमन चैन कायम रहे: लालू
लालू ने कहा कि इस प्रदेश के बाहर भी जहां भी बिहार के वासी रह रहे हैं वहां भी वे इस पर्व को पूरी श्रद्धा के साथ संपन्न करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार और देश के सभी लोग आगे बढें और फूले-फलें, सूर्य भगवान और छठ माई सभी सदबुद्धि दें तथा शांति और अमन चैन कायम रहे इस पर्व के अवसर पर वे और उनकी पत्नी राबडी देवी इसकी कामना करते हैं. इस अवसर पर लालू ने अपनी पार्टी राजद के नेताओं और कार्यकर्ताओं तथा उनके आवास पहुंचे अन्य श्रद्धालुओं और मुलाकातियों के बीच अपने हाथों से खीर और रोटी रूपी प्रसाद वितरित किए.

इस बार छठ पर्व के अवसर पर लालू के छोटे दामाद और मैनपुरी से समाजवादी पार्टी सांसद तेज प्रताप सिंह यादव अपनी पत्नी राज लक्ष्मी के साथ भी पहुंचे हुए हैं. बाद में देर शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद के आवास जाकर उन्हें छठ पर्व की बधायी दी. इस अवसर पर छठ व्रत कर रहीं राबडी देवी ने नीतीश के माथे पर तिलक लगाकर उनका अभिवादन किया.

नहाय-खाय के साथ कल से शुरू हुए लोक आस्था के इस महापर्व पर आज दूसरे दिन व्रतियों ने दिनभर निर्जला उपवास रखने के बाद सूर्ययास्त होने पर खरना के तहत रोटी एवं खीर का भोग लगाया और पूजा-अर्चना की. आज के खरना के बाद व्रतियों का 36 घंटों का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा जो कल शाम अस्ताचलगामी सूर्य एवं परसों उदीयमान सूर्य को अघ्र्य देने के बाद पारण के साथ महापर्व छठ संपन्न हो जाएगा.

लोक आस्था के पर्व छठ के लिए राज्य में नदी और तालाब पर बने घाटों की साफ सफाई के साथ सडकों को आकषर्क तरीके से सजा दिया गया है ताकि श्रद्धालु पारंपरिक उत्साह और श्रद्धा के साथ सूर्य उपासना के लिए कल अपने घरों से नदी किनारे स्थित घाटों और तालाबों तक जा सकें. इस लोकपर्व के मद्देनजर राजधानी पटना में जिला प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों द्वारा गंगा नदी किनारे विभिन्न घाटों पर डूबते सूर्य एवं उगते हुए सूर्य को अघ्र्य देने के लिए पहुंचने वाले व्रतियों और अन्य श्रद्धालुओं के लिए चबूतरों का निर्माण और रौशनी की व्यवस्था किए जाने के साथ कई सुरक्षात्मक कदम उठाए गए हैं.

इनपुट- भाषा

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