
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का उद्घाटन करने शनिवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे थे. राहुल ने कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
राहुल ने कहा कि एनआरसी और एनपीआर गरीबों पर टैक्स है. नोटबंदी भी गरीबों पर टैक्स की तरह थी. उन्होंने इसे गरीबों पर हमला बताया और कहा कि अब गरीब पूछ रहे हैं कि हमें नौकरी कैसे मिलेगी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि पहले दुनिया कहती थी कि भारत और चीन समान गति से विकास कर रहे हैं. आज दुनिया भारत की हिंसा देख रही है.
राहुल गांधी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था सभी धर्मों और जातियों के लोगों को साथ लिए बिना नहीं चल सकती. उन्होंने कहा कि जब तक प्रत्येक भारतीय की आवाज को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में नहीं सुना जाता है, तब तक बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में कुछ भी नहीं किया जा सकता. राहुल गांधी ने कहा कि हर धर्म को, हर जाति को, आदिवासी, दलित और पिछड़ों को बगैर साथ लिए देश की अर्थव्यवस्था नहीं चलाई जा सकती है.
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को किसान, गरीब, मजदूर और आदिवासी चलाते हैं. राहुल ने केंद्र सरकार पर बगैर नाम लिए तंज करते हुए कहा कि आप नोटबंदी करोगे, जीएसटी लाओगे तो इससे रोजगार उत्पन्न हो ही नहीं सकता. उन्होंने कहा कि हम यह नहीं चाहते कि केवल आपकी आवाज सुनें, नाच देखें. हम चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ में आपके विचार सुने जाएं, उन्हें शामिल किया जाए.
राहुल गांधी ने कहा कि आज आदिवासियों के सामने कई समस्याएं हैं. छत्तीसगढ़ की सरकार ने आपकी आवाज सुनी भी है और मिलकर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा की घटनाओं में पहले से कमी आई है. विधानसभा में भी सभी की आवाज सुनाई देती है.
राहुल गांधी ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ की सरकार सबको साथ लेकर चल रही है. उन्होंने कहा कि इससे फर्क भी दिख रहा है. तोड़ने से कुछ नहीं बनाया जा सकता, भाई को भाई से लड़ाकर देश का फायदा नहीं हो सकता. राहुल गांधी ने कहा कि यह महोत्सव भी इसी सोच पर आधारित है. उन्होंने कहा कि सबको अपनी संस्कृति, अपना इतिहास दिखाने का अवसर मिल रहा है.
राहुल गांधी ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों के साथ ही युगांडा के आदिवासी भी शामिल होने आए हैं, जो अच्छा कदम है. उन्होंने कहा कि अनेकता से ही एकता बनती है. इससे पहले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आदिवासियों के साथ उनके पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर संगत की और उनके साथ कदमताल कर उनका उत्साह बढ़ाया.