
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने लोक लुभावन बजट पेश कर किसानों के लिए अपनी तिजोरी खोल दी है. इस बजट में उन्होंने किसानी के लिए 13680 करोड़ रूपये का प्रावधान किया.
इसके अलावा उन्होंने सिचाई के लिए 100 करोड़ रुपये, किसानो को अल्पकालीन ब्याज मुक्त लोन के लिए 184 करोड़ रुपये, गन्ना किसानों के लिए 40 करोड़ रुपये, शक्कर कारखाने के लिए 75 करोड़ रूपये, नई सिचाई योजनाओं के लिए 130 करोड़ रूपये, प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के प्रीमियम के लिए 136 करोड़ रूपये और किसानों को धान का बोनस देने के लिए 2107 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है.
15 साल में पहली बार आधा बजट किसानों के लिए
राज्य में यह पहला मौका है जब बीजेपी सरकार ने अपने 15 साल के कार्यकाल में राज्य के कुल बजट का आधे से भी अधिक हिस्सा किसानों के नाम किया है. दरअसल, राज्य में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं. लिहाजा किसानों को खुश करने के लिए रमन सिंह सरकार ने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है. यह पहला मौका है जब राज्य सरकार ने जनता पर कोई नया टैक्स नहीं लगाया है.
बजट के खिलाफ सड़क पर उतरेगी किसान सभा
उधर, छत्तीसगढ़ किसान सभा ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के इस बजट को ढोंग करार दिया है. उसके मुताबिक, यह बजट किसानों के लिए निराशावादी है. छत्तीसगढ़ किसान सभा ने 26 फ़रवरी को इस बजट के खिलाफ रायपुर में बड़े प्रदर्शन का ऐलान किया है. छत्तीसगढ़ किसान सभा ने अपने वक्तव्य में कहा है कि इस बजट में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए राज्य की बीजेपी सरकार ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. यही नहीं, किसानों की फसलों की खरीदी की कोई गैरेंटी नहीं दी गई.
किसान सभा के मुताबिक पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने किसानों से जो वादे किये थे उसे पूरा करने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया. सिर्फ किसानों से वादे कर बीजेपी उनका वोट हथियाने में जुटी हुई है. हालांकि, कांग्रेस भी इस बजट को निराशाजनक करार दे रही है.
बीजेपी के लिए मिल का पत्थर साबित होगा बजट
विरोधियों के आरोप-प्रत्यारोप को सिरे से खारिज करते हुए मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि उनके इस बजट से किसानों को राहत नहीं बल्कि खुशहाली महसूस होगी. रमन सिंह के मुताबिक छोटे और बड़े सभी किसानों का उन्होंने धयान रखा है. खेती किसानी पर निर्भर मजदूरों के लिए भी कई प्रावधान किये गए हैं. उनके स्वास्थ और विकास का बखूबी ध्यान रखा गया है. बहरहाल, मुख्यमंत्री रमन सिंह के तीसरे कार्यकाल का यह अंतिम बजट बीजेपी के लिए मिल का पत्थर साबित होगा. पार्टी को ऐसी ही उम्मीद है.