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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वामी विवेकानंद के वक्तव्य कि किसी भी नए काम को शुरू करने पर पहले मजाक, फिर विरोध और फिर साथ को दोहराते हुए कहा कि वे इसी राह पर चल रहे हैं. बिहार में शराबबंदी को लेकर यही हो रहा है लेकिन वे शराबबंदी को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी को लेकर पहले बनाए गए कानून में कुछ खामियां थी जिसे दूर करते हुए नया कानून बनाया गया. जिसे 2 अक्टूबर से पूरे बिहार में लागू कर दिया जाएगा. बिहार विधानमंडल इसे पहले ही पास कर चुका है. राज्यपाल की सहमति इस कानून को मिल चुकी है. गांधी जयंती के अवसर पर इसे लागू कर दिया जायेगा.
'कानून की अपनी सीमा है'
जेडीयू की राज्य परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कानून अपना काम करता है, कानून की अपनी सीमा है. सिर्फ कानून से ही शराबबंदी पर पूरी तरह सफलता नहीं पाई जा सकती, बल्कि इसके लिए जरूरी है जनचेतना. उन्होंने कहा कि लोगों में शराबबंदी को लेकर जन-जागृति पैदा करने करने के लिए 2 अक्टूबर को पूरे बिहार में पंचायत स्तर तक सुबह में प्रभात फेरी और फिर संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा.
'समाज के हित के लिए शराबबंदी का फैसला लिया'
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम समाज के किसी भी तबके को छोड़कर नहीं चलते बल्कि सबको जोड़ते हैं. समाज के हित को ध्यान में रख कर ही मैंने शराबबंदी का फैसला किया. लेकिन मेरे ऊपर ही शराबबंदी के नशे में रहने का आरोप लगाया जाता है. उन्होंने कहा कि आज की राजनीति में कथनी और करनी में बड़ा अंतर है. आश्चर्य होता है जब शराब न पीने और न किसी को शराब पीने देने की शपथ विधानमंडल में लेने वाले लोग ही नए कानून का मजाक उड़ा रहे हैं. शराबबंदी को तालिबानी कानून और ड्रेकोनियन लॉ कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर नया कानून तालिबानी कानून है तो विकल्प तो बताएं लेकिन विकल्प भी नहीं बताते. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पता है कि कुछ लोग उनसे नाराज हैं, ऐसे लोगों से अनुरोध है कि एक-दो पैग के लिए समाज में आए इतने बड़े बदलाव को नजरअंदाज न करें.
'किसी गांव में जाकर करें रियेलटी चेक'
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग डेस्क पर ही बैठकर शराबबंदी का रियेलिटी चेक कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने वैसे लोगों से कहा कि अगर रियेलिटी चेक ही करना है तो अपने पसंद के किसी गांव में जाकर रियेलिटी चेक कीजिए तब पता चल जाएगा कि शराबबंदी से समाज में कितना बड़ा बदलाव आया है. मुख्यमंत्री ने अपने हरियाणा दौरे की चर्चा करते हुए कहा कि वहां उनकी मुलाकात एसपी नेता शिवपाल यादव से हुई. उन्हें भी मैंने सलाह दी है कि यूपी में शराबबंदी लागू कीजिए फिर देखिए विधानसभा चुनाव में क्या परिणाम आता है.
'सुशासन और विकास हमारा मूलमंत्र'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सुशासन और विकास हमारी सरकार का मूलमंत्र है. सिद्धांत पर डटे रहने के कारण परेशानियां आती हैं. लोकसभा चुनाव में इसी कारण जेडीयू को भी परेशान होना पड़ा, फिर भी हम सिद्धांतों पर अडिग रहे. हार से सबके लेते हुए हमने बिहार में महागठबंधन बनाया. यह प्रयोग सफल रहा. नतीजा बिहार में महागठबंधन की सरकार ठीक ढंग से चल रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम हमेशा गठबंधन धर्म का पालन करते हैं. चाहे 7 निश्चय हो या शराबबंदी, मैंने हरेक फैसला महागठबंधन के शीर्ष नेताओं से बातचीत के बाद ही किया. यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. किसी को शिकायत का मौका नहीं मिलेगा, लेकिन कानून के राज से मैं समझौता नहीं कर सकता. यही हमारे सरकार का मूल मंत्र है.