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चीन का आरोप, बॉर्डर पार कर चीनी एयरस्पेस में घुसा भारतीय ड्रोन

चीन के वेस्टर्न कमांड ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट के डिप्टी हेड झांग शुइली का कहना है कि भारतीय यूएवी ने हाल ही में चीन के एयरस्पेस में घुसपैठ की है. चीन बॉर्डर पर तैनात चीनी सैनिकों ने इस बात की पुष्टि की है.

संकेतात्मक फोटो संकेतात्मक फोटो
अनंत कृष्णन
  • बीजिंग,
  • 07 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 9:35 AM IST

भारत और चीन के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को चीन की ओर से दावा किया गया है कि भारत का एक ड्रोन (UAV) उसके एयरस्पेस में घुस गया है. इस पर चीन ने घोर आपत्ति जताई है. बता दें कि ये मामला तब सामने आया है जब 11 दिसंबर को चीन के विदेश मंत्री वांग यी भारत दौरे पर आने वाले हैं.

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चीन के वेस्टर्न कमांड ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट के डिप्टी हेड झांग शुइली का कहना है कि भारतीय यूएवी ने हाल ही में चीन के एयरस्पेस में घुसपैठ की है. चीन बॉर्डर पर तैनात चीनी सैनिकों ने इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि भारत के इस कदम ने चीन की सुरक्षा संप्रभुता का उल्लंघन किया है, हम इसका विरोध करते हैं. हम चीन की संप्रभुता को सुरक्षित करने के लिए हर कदम उठाएंगे.

आपको बता दें कि डोकलाम विवाद के बाद से ही भारत और चीन के बीच रिश्तों में खटास चल रही है. अभी पिछले माह नवंबर में ही चीन और भारत के अधिकारियों ने बीजिंग में भारत-चीन मामलों पर परामर्श व समन्वय कार्यतंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) के 10वें चरण में सीमा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की थी. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि दोनों देशों ने भारत-चीन सीमा के सभी पक्षों की स्थितियों की समीक्षा की और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के लिए सीमा क्षेत्र पर शांति बनाए रखने पर सहमत हुए.

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लगातार तमतमाता है चीन

चीन लगातार भारत पर तमतमाता रहता है. कुछ समय पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अरुणाचल दौरे से चीन ने आपत्ति जताई थी. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा था कि भारत को मौजूदा हालात को देखते हुए इससे बचना चाहिए. चीन ने भारत को नसीहत देते हुए कहा है कि ऐसे वक्त में जब दोनों देशों के रिश्ते बेहद संवेदनशील दौर से गुजर रहे हैं, भारत को इसका ध्यान रखना चाहिए.

कई मुद्दों पर चीन से नाराजगी

उधर चीन लगातार पाकिस्तान के समर्थन में आवाज उठाता रहा है. चीन PoK में CPEC का निर्माण कर रहा है, इसका भारत लंबे समय से विरोध कर रहा है. भारत का कहना है कि PoK भारत का अभिन्न हिस्सा है, जिस पर पाकिस्तान ने अवैध कब्ज कर रखा है. भारत का कहना है कि चीन की ओर से PoK में CPEC का निर्माण करना उसकी संप्रभुता का उल्लंघन है. इसी के चलते भारत ने चीन में आयोजित OBOR समिट का भी बहिष्कार किया था.

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