Advertisement

NSG में भारत की एंट्री रोकने वाले चीन ने नियमों के ख‍िलाफ जाकर दिए PAK को न्यूक्लियर रिएक्टर्स

बार-बार परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) की दुहाई देने वाले चीन ने खुद ही इसका उल्लंघन किया है. चीन ने 2010 में एनपीटी रिव्यू कॉन्फ्रेंस में रखे प्रस्ताव का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान को न्यूक्लियर रिएक्टर्स उपलब्ध कराए हैं.

नियमों का उल्लंघन कर चीन ने पा‍किस्तान को मुहैया कराए परमाणु रिएक्टर नियमों का उल्लंघन कर चीन ने पा‍किस्तान को मुहैया कराए परमाणु रिएक्टर
रोहित गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 2:02 PM IST

बार-बार परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) की दुहाई देने वाले चीन ने खुद ही इसका उल्लंघन किया है. चीन ने 2010 में एनपीटी रिव्यू कॉन्फ्रेंस में रखे प्रस्ताव का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान को न्यूक्लियर रिएक्टर्स उपलब्ध कराए हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, एक ताजा रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ कि चीन ने एनपीटी का उल्लंघन किया है. आर्म्स कंट्रोल असोसिएशन (एसीए) रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के मानकों के तहत नहीं आता इसलिए उसे परमणु रिएक्टर्स देना एनपीटी के नियमों का साफ तौर पर उल्लंघन है.

Advertisement

चीन ने रोकी थी एनएसजी में भारत की एंट्री
ये याद रखना जरूरी है कि चीन ने परमाणु अप्रसार संध‍ि का हवाला देकर ही एनएसजी (परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह) में शामिल होने का भारत का रास्ता रोका था. चीन ने कहा गैर-एनपीटी देश को एनएसजी में शामिल करने से परमाणु अप्रसार के प्रयासों को धक्का पहुंचेगा.

रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने 2013 में चस्मा-3 रिएक्टर के लिए पाकिस्तान के साथ की गई डील से एनपीटी के सहमति दस्तावेजों का उल्लंघन हुआ है. इस सहमति पत्र में नए सिरे से कहा गया है कि जिस भी देश को न्यूक्लियर मटीरियल और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की जाएगी, उसे आईएईए के मानकों को स्वीकार करना होगा.

चीन ने पाकिस्तान को सप्लाई किए 6 परमाणु रिएक्टर
चीन ने पाकिस्तान को चस्मा न्यूक्लियर पावर कॉम्प्लेक्स के लिए अभी तक 6 परमाणु रिएक्टर उपलब्ध कराए हैं. 2004 से लेकर अभी तक चीन की एनएसजी की सदस्यता इस मामले में आड़े नहीं आई है. चीन ने पाकिस्तान को परमाणु रिएक्टरों की सप्लाई के लिए 2003 की डील को आधार बनाया है. हालांकि तब चीन एनएसजी का सदस्य नहीं था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement