
सुरक्षा परिषद में समर्थन मिलने के बाद चीन ने कहा कि अब वह अपनी महत्वाकांक्षी रेशम मार्ग पहल को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाएगा. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारत के संप्रभुता संबंधी चिंता को दरकिनार करते हुए एक प्रस्ताव में सदस्य देशों से परियोजनाओं के कार्यान्वयन का आह्वान किया.
चीन की आधिकारिक टिप्पणी के साथ ही यहां सरकारी मीडिया ने भारत से पहल को लेकर एक अधिक व्यावहारिक रुख अपनाने को कहा और दावा किया कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तावित परियोजना को वैश्विक समर्थन मिला हुआ है.
पहल का उद्देश्य रेल, सड़क और बंदरगाह परियोजनाओं को जोड़ते हुए चीन को यूरो-एशिया से जोड़ना है. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने संवाददाताओं से यहां कहा कि गत 17 मार्च को 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद द्वारा सर्वसम्मति से मंजूर किए गए प्रस्ताव 2344 में परियोजना को लेकर वैश्विक सहमति दर्शाते हुए मानव जाति के साझा भविष्य के एक समुदाय का निर्माण करने की अवधारणा को पहली बार शामिल किया गया.
हुआ ने कहा, प्रस्ताव में सभी पक्षों से क्षेत्र एवं मार्ग पहल को आगे बढ़ाने की अपील की गई और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की विशिष्ट जरूरतों को उठाया गया. प्रस्ताव में तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान- भारत गैस पाइपलाइन और अफगानिस्तान, भारत, ईरान के बीच चाबहार बंदरगाह परियोजना तथा चीन की रेशम मार्ग एवं समुद्री रेशम मार्ग पहलों के जरिये अफगानिस्तान और उसके पड़ोसी देशों के बीच आर्थिक सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया गया है.