
गणतंत्र दिवस पर होने वाले समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आ रहे फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की सुरक्षा व्यवस्था बाकी राष्ट्र प्रमुखों के लिए फॉलो किए जाने वाले सुरक्षा प्रोटोकॉल से अलग होगी. ओलांद की सुरक्षा व्यवस्था में लगी एजेंसियों की मदद अमेरिकी सीक्रेट सर्विस CIA करेगी.
प्रोटोकॉल से अलग है सुरक्षा
पेरिस और पठानकोट हमलों के बाद गंभीर हमलों की चेतावनी के चलते, भारतीय इंटेलीजेंस एजेंसियों और फ्रांस के एक्सटर्नल सिक्योरिटी के डायरेक्टर जनरल को यूएस की सीक्रेट सर्विस CIA असिस्ट कर रही है. सूत्रों के मुताबिक CIA की मदद से भारतीय और फ्रेंच एजेंसियां 26 जनवरी को मंच साझा करने वाले ओलांद और पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी.
गौरतलब है कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई विदेशी सैन्य टुकड़ी परेड में हिस्सा लेगी. गणतंत्र दिवस को ऐतिहासिक बनाने के लिए राजपथ पर इस बार फ्रांस की एक सैन्य टुकड़ी परेड करती नजर आएगी. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं.
दरअसल, संयोग है कि इस वक्त फ्रांस की सातवीं आर्म्ड ब्रिगेड की 35वीं इनफैंट्री रेजिमेंट के 56 जवान भारत में हैं. वे लोग राजस्थान में आठ जनवरी से शुरू हुए एक संयुक्त सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं. राजस्थान में चल रहे 'शक्ति 2016' नाम के इस संयुक्त सैन्य अभ्यास में आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए तैयारी हो रही है.