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UP: CAA पर बवाल, 11 जिलों में इंटरनेट बंद, गाजियाबाद में 65 लोग गिरफ्तार

नागरिकता संशोधन कानून पर जारी संग्राम के बीच उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन में 11 लोगों की मौत हो चुकी है. कानपुर, फिरोजाबाद और बिजनौर में दो-दो प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है. यूपी में फिलहाल 11 जिलों में इंटरनेट बंद है.

उत्तर प्रदेश के बहराइच में प्रदर्शनकारियों को खदेड़ती पुलिस (फोटो-PTI) उत्तर प्रदेश के बहराइच में प्रदर्शनकारियों को खदेड़ती पुलिस (फोटो-PTI)
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 21 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 11:40 AM IST

  • यूपी में फिलहाल 11 जिलों में इंटरनेट बंद
  • कई हजार लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ

नागरिकता संशोधन कानून पर जारी संग्राम के बीच उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन में 11 लोगों की मौत हो चुकी है. कानपुर, फिरोजाबाद और बिजनौर में दो-दो प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है. यूपी में फिलहाल 11 जिलों में इंटरनेट बंद है.

वहीं हिंसा के मामसे में 100 से ज्यादा गिरफ्तारियां और कई हजार लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. अकेले गाजियाबाद में 3600 लोगों पर केस दर्ज हुआ है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत बिजनौर, मेरठ, फिरोजाबाद, कानपुर, संभल, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, हाथरस, बहराइच और बुलंदशहर में इंटरनेट बंद है.

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बुलंदशहर में 19 नामजद के खिलाफ FIR, 700-800 अज्ञात  लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है तो वहीं 16 लोगों को हिरासत में लिया गया है. गाजियाबाद में 3600 लोगों पर केस दर्ज किया गया है, जिसमें 400 से ज्यादा नामजद और 3200 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज हुआ है. इसके अलावा गाजियाबाद में 65 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है.

मेरठ में चार लोगों की मौत

मेरठ में शुक्रवार को हुई हिंसा में शामिल 4 लोगों की मौत हो गई जबकि 3 पुलिस वालों को भी चोट आई है. एसएसपी के मुताबिक साजिश के तहत हिंसा की गई. हिंसा करने वाले पुलिस पर भी फायरिंग कर रहे थे. भीड़ की तरफ से तकरीबन 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग की गई. मौके से खोखे भी बरामद किया गया है. 13 एफआईआर दर्ज हुई हैं. आरोपियों के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई की जाएगी.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि बाहरी लोग आए थे जो हिंसा में शामिल थे. एसएसपी के मुताबिक इन सभी को कुछ लोकल लोगों का कुछ लोकल संगठनों का भी सपोर्ट मिला है जिसकी जांच कर रहे हैं. 1 हफ्ते पहले PFI और SDPI के पम्फलेट मिले थे. CAA को लेकर इन सब पर भी जांच चल रही है. बड़े पैमाने पर पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया गया है. एक पुलिस चौकी इस्लामाबाद को भी तोड़ा गया. उसमें आग लगाई गई.

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