
दिल्ली में सफाई कर्मचारियों की सैलरी से हुआ संकट अब धीरे धीरे एमसीडी के दूसरे विभागों पर छाने लगा है. अभी तक जहां सेलरी को लेकर सफाई कर्मचारी और टीचर सड़क पर उतरते थे वहीं अब इंजीनियर, डॉक्टर, नर्सें, हाउस टैक्स और एमसीडी के मिनिस्टिरियल स्टाफ भी अब प्रदर्शन की भूमिका तैयार कर रहे हैं.
मंगलवार को सभी विभागों के कर्मचारियों ने आगे की कार्रवाई के लिए एक बैठक की. 14 जनवरी को हजारों कर्मचारी सिविक सेंटर का काम ठप्प करने जा रहे हैं.
महीनों से नहीं मिली सेलरी
हड़ताल पर जा रहे ये सैकड़ों कर्मचारी पिछले कई महीनों से बिना सेलरी के काम कर रहे हैं. निगम की बिगड़ती माली हालत को सारा बोझ इन्ही पर सबसे ज़्यादा पड़ रहा है. सफाई कर्मचारियों को 2 महीने से, डॉक्टर को 2 महीने से, नर्सों और इंजीनियरों को 3 महीनों से जबकि मिनिस्टिरियल स्टाफ और टीचरों को पिछले 4 महीनों से सैलरी नहीं मिली है.
टूट सब्र का बांध
अभी तक सिर्फ सफाई कर्माचारी ही सैलरी में देरी के कारण विरोध में हड़ताल पर जा रहे थे लेकिन अब सेलरी अटकने के बाद दूसरे विभागों के सब्र का बांध भी टूट गया है. दरअसल सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के बाद एमसीडी पर उन्हें सैलरी देने का दवाब पड़ा और काफी हो-हल्ले मचने के बाद सफाई कर्मचारियों को सैलरी दी गई. एमसीडी में सैलरी का भुगतान सबसे नीचे के कर्मचारियों से शुरु होता है, उसके बाद ग्रेड के हिसाब से सैलरी मिलनी शुरु होती है, लेकिन पिछले एक साल से हर बार फंड की कमी के कारण जब-जब सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल की उन्हें सबसे पहले फंड मिलते ही सैलरी दे दी गई और इसी के कारण सैलरी संकट की ऐसी भूमिका बननी तैयार हो गई जिसमें दूसरे विभागों की सैलरी का बैकलॉग बनने लगा.
सफाई कर्मचारियों पहले कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन दिल्ली सरकार और एमसीडी के खिलाफ ये पहली बार होगा जब कई विभागों के कर्मचारी एक ही बैनर तले साथ आ रहे हैं और 14 जनवरी को एक बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं. मंगलवार को बकायदा इन सभी विभागों के कर्मचारियों ने सिविक सेंटर पर बैठक बुलाई और हड़ताल की धमकी दी.
सोमवार को एमसीडी नेताओं ने भी फंड की कमी को लेकर राजघाट से दिल्ली सचिवालय तक ज़बरदस्त प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के तीनों मेयरों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और अब, जब कर्मचारियों ने हड़ताल की धमकी दी है तो खुद एमसीडी नेता उन्हे समर्थन देने की बात कर रहे हैं.
नहीं होगा कोई काम
मंगलवार को हुई बैठक में ये तय हुआ कि सभी कर्मचारी 14 जनवरी को सिविक सेंटर पर सुबह 10 बजे से हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान सिविक सेंटर में कोई काम नहीं होगा. ये पहली बार होगा जब बनने के बाद पहली बार सिविक सेंटर में कोई कर्मचारी काम नहीं करेगा. उम्मीद की जा रही है कि उस दिन हजारों की तादाद में सफाई कर्मचारी, टीचर, डॉक्टर, नर्सें, इंजीनियर और क्लर्क शामिल होंगे.