
झारखंड में बीजेपी सरकार के दो साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जो अधिकारी काम नहीं करना चाहते हैं वो राज्य छोड़ कर चले जाएं. उन्होंने कहा कि सरकार में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सीएम ने दो टूक कहा कि अधिकारी और नेता जनता के सेवक हैं और उन्हें हमेशा इसका ध्यान रखना चाहिए। राज्य सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर सीएम हाउस में आयोजित कार्यक्रम में रघुवार दास ने यह सभी बातें कहीं.
कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम रघुवर दास भावुक भी हो गए. उन्होंने रुंधे गले से कहा कि दो साल के दौरान अगर कुछ गलतियां हुई हों तो उसके लिए वह जनता से माफी मांगना चाहते हैं. सीएम ने कहा कि वह एक मजदूर परिवार से आते हैं और उन्होंने बेहद गरीबी की जिंदगी देखी है. ऐसे में उन्होंने राज्य का सीएम बनाए जाने के लिए जनता का आभार जताया है.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अगले तीन सालों में हर खेत को पानी और हर हाथ को काम देने का लक्ष्य है. इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आजतक से ख़ास बातचीत में कहा कि झारखंड में नोटबंदी को लेकर कभी कोई दिक्कत नहीं हुई साथ ही उन्होंने कहा कि मार्च 2017 तक राज्य को लेसकैश बनाने का लक्ष्य है.
सवाल- राज्य को कैशलेस बनाना क्या चुनौती है?
जवाब- मार्च 2017 तक हम राज्य को कैशलेस देंगे. नोटबंदी अब कोई मुद्दा नहीं रहा, सरकार का लक्ष्य झारखंड को 70 से 80 फीसदी कैशलेस करने का है. राज्य की 37 पंचायत अबतक कैशलेस हो चुके हैं, अगर गांव 60 से 70 फीसदी भी कैशलेस हो जाते हैं तो यही हमारी उपलब्धि होगी.
सवाल- नोटबंदी से ग्रामीण इलाकों में क्या असर पड़ा?
जवाब- झारखंड में नोटबंदी का कोई असर नहीं हुआ. नोटबंदी की घोषणा के बाद राज्य सरकार ने कई कदम उठाये जिससे राज्य की जनता को कोई दिक्कत ना हो. सभी ने मिल-जुल कर नोटबंदी में अपना योगदान दिया. पंचायत सचिवालय बनाकर सभी को जिम्मेदारी दी गई जिससे लोगो को कोई दिक्कत ना हो. सरकार के पास 5 लाख हाथ हैं जो नोटबंदी को बेअसर करने और कैशलेस को लागू करने में लगे हैं. नोटबंदी प्रधानमंत्री का एक क्रांतिकारी कदम है.
सवाल- क्या नोटबंदी से नक्सलियों के कमर टूटी है?
जवाब- नोटबंदी से नक्सलियों और आतंकवादियों को आर्थिक चोट पहुंची है और इसका जल्द ही खात्मा भी हो जायेगा. नोटबंदी के बाद से झारखंड के कई इलाकों से नक्सलियों के पैसे पकड़े गए हैं, इस पर पुलिस लगातार काम कर रही है.
सवाल- क्या राजनितिक दलों के पैसे की भी जांच होनी चाहिए और भ्रष्टाचार के खात्मे को लेकर सरकार क्या कदम उठा रही है?
जवाब- राज्य सरकार भ्रष्टाचार पर नकेल लगाने के लिए कई कदम उठा रही है. कई राजनीतिक दलों ने कालेधन को ठिकाने लगाने का काम भी किया है जिसकी केंद्र सरकार जांच कराएगी और दोषियों पर करवाई करेगी. राज्य में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को पनपने नहीं दिया जाएगा. राज्य सरकार का एक मात्र लक्ष्य गरीबी को दूर करना है.