
प्रशासकों की समिति (सीओए) ने टीम इंडिया के क्रिकेटरों के लिए वेतन वृद्धि को मंजूरी दे दी है. गुरुवार को नई दिल्ली में कप्तान विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी के साथ बैठक के बाद यह फैसला किया गया. बैठक के दौरान खिलाड़ियों की ओर से वेतन में इजाफे का मुद्दा उठाया गया था. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बीसीसीआई से भारतीय क्रिकेटर्स की सैलरी बढ़ाने की मांग की थी.
बैठक के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि टीम इंडिया 2018 के इंग्लैंड दौरे में अपने पहले मैच से दो हफ्ते पहले रवाना होगी, ताकि खिलाड़ी वहां के माहौल में ढल पाएं. पिछले हफ्ते कोहली ने कड़े शेड्यूल को लेकर बीसीसीआई पर सार्वजनिक रूप से निशाना साधा था. साथ ही विदेशी धरती पर विरोधी टीमों के खिलाफ उतरने से पहले तैयारी के लिए ज्यादा समय देने की मांग की थी.
रिपोर्ट के मुताबिक खिलाड़ियों की ओर से आईपीएल प्रसारण से कमाई में हिस्सा देने जैसी कोई बात नहीं रखी गई, हालांकि वेतन में सम्मानजनक वृद्धि की मांग अवश्य की गई. बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि सीओए ने खिलाड़ियों के पेमेंट स्ट्रक्चर में संशोधन करने की बात कही है.
पिछले सत्र (2016-17) के लिए ही बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के वेतन को दोगुना कर दिया था. इसके तहत ग्रेड-ए के खिलाड़ियों के वेतन को एक की जगह दो करोड़ रु.कर दिया गया था. वहीं, बाकी के दो ग्रेडों के खिलाड़ियों को भी दोगुना करके क्रमशः एक करोड़ और पचास लाख रु. कर दिया गया था. लेकिन हाल ही में बीसीसीआई ने आईपीएल के प्रसारण अधिकार करीब 16,000 करोड़ रुपये में बेचे हैं, तो खिलाड़ी चाहते थे कि उन्हें भी इस कमाई में हिस्सा मिले.
बोर्ड ने सितंबर में टेलिविजन प्रसारण अधिकारों को लेकर बड़ी डील की है. मीडिया मुगल कहे जाने वाले रूपर्ट मर्डोक के स्टार इंडिया चैनल के साथ 2018 से लेकर 2022 तक के आईपीएल को दिखाने का करार बीसीसीआई ने किया है.
गौलतलब है कि टीम इंडिया के प्लेयर्स का कॉन्ट्रैक्ट 30 सितंबर को समाप्त हो चुका है. ऐसे में नए कॉन्ट्रैक्ट में खिलाड़ियों की ओर से सैलरी और भत्तों में इजाफे के दबाव था. इसी के तहत धोनी और कोहली ने बीसीसीआई के एडमिनिस्ट्रेटर विनोद राय से मुलाकात कर वेतनमान को लेकर बातचीत की.