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उन्नाव: पुलिस लाठीचार्ज में घायल किसानों से कल मिलेगा कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल

उन्नाव के शुक्लागंज में मुआवजे की मांग को लेकर कई दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस की लाठीचार्ज और बर्बरता के बाद मंगलवार को कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल उनसे मुलाकात करेगा.

उन्नाव में किसानों का प्रदर्शन (Photo- Aajtak) उन्नाव में किसानों का प्रदर्शन (Photo- Aajtak)
शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 18 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 12:38 AM IST

  • उन्नाव में धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज
  • कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल आज किसानों से करेगा मुलाकात

उन्नाव के शुक्लागंज में मुआवजे की मांग को लेकर कई दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस की लाठीचार्ज और बर्बरता के बाद मंगलवार को कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल उनसे मुलाकात करेगा. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के मुताबिक 6 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल लाठीचार्ज में घायल किसानों और उनके परिवारवालों से मुलाकात करेगा. 

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बता दें कि उन्नाव में किसानों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर विपक्ष हमलावर हो गया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को किसानों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई को लेकर योगी सरकार पर करारा हमला बोला. उन्होंने पुलिस कार्रवाई का एक वीडियो भी ट्विटर पर शेयर किया है. इस वीडियो में पुलिसकर्मी जमीन पर बेसुध पड़े एक किसान को डंडे से मारता दिख रहा है.

प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट

प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, 'उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अभी गोरखपुर में किसानों पर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, उनकी पुलिस का हाल देखिए. उन्नाव में एक किसान लाठियां खाकर अधमरा पड़ा है. उसे और मारा जा रहा है. शर्म से आंखें झुक जानी चाहिए, जो आपके लिए अन्न उगाते हैं, उनके साथ ऐसी निर्दयता?' हालांकि कुछ देर बाद प्रियंका गांधी ने अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया.

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'किसानों को भाजपा की लाठी मिल रही'

वहीं,  यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि, 'उत्तर प्रदेश में किसानों को ट्रांस गंगा सिटी प्रोजेक्ट की जमीन के उचित मुआवजे की जगह भाजपा की लाठी मिल रही है, गन्ने का मूल्य नहीं मिल रहा, खड़ी फसल आवारा पशु खा रहे हैं, देश में अन्नदाताओं की आत्महत्याएं बढ़ती जा रही हैं...क्या भाजपा के राज में विकास की यही परिभाषा है.'

क्या है मामला?

किसानों का आरोप है कि 2005 में बगैर समझौते के उनकी जमीनों को अधिगृहित कर लिया गया था, लेकिन बदले में उसका मुआवजा नहीं दिया जा रहा. इसके विरोध में हम सड़क पर उतरे हैं. असल में, पूरा मामला यूपीएसआईडीसी की ट्रांस गंगा सिटी का है, जहां किसान अधिग्रहण की शर्तें पूरी नहीं किए जाने के कारण लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 2003 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में ही ट्रांस गंगा हाई टेक योजना बनी थी.

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