
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर बेरोजगारी का मुद्दा उठाया. मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि रोजगार देना सरकार की जिम्मेदारी है और इस जिम्मेदारी को निभाने में सरकार नाकाम रही है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक साक्षात्कार में कहा था कि अगर मैं आंकड़ा बोलू दूं- एक करोड़ तो फिर राहुल गांधी पूछेंगे कि एक करोड़ नौकरियों का क्या हुआ, इसलिए नहीं बताया. वित्त मंत्री की इस टिप्पणी पर राहुल गांधी ने फिर से केंद्र सरकार को घेरा. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि रोजगार देना सरकार की जिम्मेदारी है जिसमें वो नाकाम रही है.
राहुल गांधी ने सोमवार को ट्विटर पर कहा, 'वित्त मंत्री जी, मेरे सवालों से मत डरिए. मैं ये सवाल देश के युवाओं की ओर से पूछ रहा हूं, जिन्हें जवाब देना आपकी जिम्मेदारी है. देश के युवाओं को रोजगार की जरूरत है और आपकी सरकार उन्हें रोजगार देने में बुरी तरह नाकाम साबित हुई है.'
इससे पहले शनिवार को संसद में निर्मला सीतारमण की ओर से पेश बजट पर राहुल गांधी ने कहा था कि मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है. मैंने इस बजट में ऐसा कोई रणनीतिक विचार नहीं देखा, जिससे युवाओं को रोजगार मिले.
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बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इतने लंबे बजट में सिर्फ आंकड़ों का जुमला था. बार-बार चीजें दोहराई जा रही थीं. सरकार को पता है कि क्या हो रहा है? अर्थव्यवस्था कहां जा रही है?