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एमसीडी चुनाव से नेता बनने लिए कांग्रेस के पास 12 हजार आवेदन

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन की माने तो अब तक तकरीबन 12,000 आवेदन पार्टी के पास में आ चुके हैं, आवेदनकर्ताओं से हर बूथ पर पांच कार्यकर्ताओं के नाम मांगे गए थे और इस तरह आने वाले निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने दो लाख कार्यकर्ताओं की फौज तैयार कर ली है.

एमसीडी चुनाव के लिए कांग्रेस ने कसी कमर एमसीडी चुनाव के लिए कांग्रेस ने कसी कमर
मणिदीप शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 20 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 3:16 AM IST

दिल्ली में होने वाले एमसीडी चुनाव के मद्देनजर हर पार्टी जोर शोर से तैयारी में जुटी हुई है. लेकिन कांग्रेस पार्टी इस चुनाव के जरिए अपनी खोई जमीन तलाशनी में लगी है. कांग्रेस ने 6 फरवरी से सभी कार्यकर्ताओं से निगम चुनाव लड़ने के आवेदन मांगे थे और भारी भीड़ के चलते आखिरी तारीख 15 फरवरी से 19 फरवरी की गयी. आखिरी दिन भी कांग्रेस प्रदेश दफ्तर में टिकट आवेदनकर्ताओं की भारी भीड़ जमा रही.

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन की माने तो अब तक तकरीबन 12,000 आवेदन पार्टी के पास में आ चुके हैं, आवेदनकर्ताओं से हर बूथ पर पांच कार्यकर्ताओं के नाम मांगे गए थे और इस तरह आने वाले निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने दो लाख कार्यकर्ताओं की फौज तैयार कर ली है.

पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने जा रहे 40 साल के मेहदी माजिद कहते हैं कि पेशे से व्यापारी हूं, किसी चीज की कमी नहीं है लेकिन जनता से लेने के लिए नहीं बल्कि जनता को देने के लिए राजनीति में आया हूं. पहली बार चुनाव लड़ रहा हूं क्योंकि दिल्ली की जनता केजरीवाल से नाराज है और अच्छा काम करके जनता की सेवा करना चाहता हूं. एक अन्य उम्मीदवार कामाख्या शर्मा गृहणी हैं और उनका कहना है कि वो राजनीति के साथ घर भी अच्छे से संभाल सकती हैं. राजनीति में आने की वजह को पुश्तैनी बताती हैं.

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राहुल गांधी से प्रभावित होकर राजनीति में कदम रखने जा रहे साहिल रियासत स्टूडेंट हैं. साहिल भी टिकट मिलने पर जीतने और जनता की सेवा करने का दावा कर रहे हैं. रोज का भत्ता 300 रूपये है की बात सुनकर चौंकते हुए कहते हैं कि वो पैसों के लिए नहीं बल्कि सेवा करने के लिए आए हैं.

दावेदारी के लिए आखिरी दिन होने के चलते कांग्रेस दफ्तर में भारी भीड़ थी और इसी के चलते कुछ लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा था. ऐसे में कई लोग आखिरी तारीख बढ़ाने की मांग करते दिखे क्योंकि रविवार होने की वजह से कई अपना फॉर्म भरने में नाकामयाब रहे. जाहिर है टिकट के लिए दावेदार बहुत हैं लेकिन टिकट कुछ ही लोगों को मिलेगी और कुछ ही लोग जीत दर्ज कर पाएंगे.

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