
अमेरिकी कांग्रेस ने 9/11 हमले से जुड़े गोपनीय दस्तावेज सार्वजनिक किए हैं. इन दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि 9/11 हमला करने वाले कुछ आतंकियों को सऊदी सरकार से समर्थन मिला हुआ था. इस डॉक्यूमेंट को '28 पेजेस' का नाम दिया गया है.
यह गोपनीय दस्तावेज सितंबर 2001 में हुए हमले के बाद कांग्रेस द्वारा की गई ज्वाइंट इंक्वायरी का हिस्सा हैं. यह दस्तावेज असल में 29 पन्नों का है. क्योंकि इसमें एक पन्ने पर तत्कालीन CIA डायरेक्टर जॉर्ज टीनेट की चिट्ठी को भी शामिल किया गया है.
दस्तावेजों के मुताबिक 11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर आतंकी हमला करने वालों में से कुछ आतंकी लगातार सऊदी के नेताओं के संपर्क में थे. साथ ही उन्हें हमला करने के लिए सऊदी अरब से मदद भी दी गई थी. इतना ही नहीं दस्तावेजों के मुताबिक अमेरिका में रह रहे सऊदी के अधिकारियों का अल-कायदा और अन्य आतंकी संगठनों से भी रिश्ते हैं.
बता दें कि सऊदी अरब इस हमले से किसी भी तरह जुड़े होने से इनकार करता रहा है. साल 2001 में जिस विमान का अपहरण कर न्यूयॉर्क के ट्विन टॉवर को उड़ा दिया गया था, उसके 19 अपहरणकर्ताओं में से 15 सऊदी नागरिक थे.
सीआईए प्रमुख ने रिपोर्ट को बताया प्रारंभिक समीक्षा
सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) प्रमुख ब्रेनन ने इससे पहले बयान दिया था कि 9/11 हमलों को लेकर कांग्रेस ने एक रिपोर्ट तैयार की थी. जिसके कुछ गोपनीय हिस्सों को जल्द प्रकाशित किया जा सकता है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि लोग इस डॉक्यूमेंट को हमले में सऊदी अरब की मिलीभगत होने का सबूत न मानें. ब्रेनन ने 2002 रिपोर्ट के 28 पन्नों को सिर्फ प्रारंभिक समीक्षा बताया था.