
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लॉकडाउन के दौरान पुलिस के असंवेदनशील चेहरे का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. पुलिस ने आम लोगों पर लाठियां इस तरह बरपाई जैसे वे किसी गंभीर अपराध के अपराधी हों. इनकी गलती बस इतनी थी कि ये लोग लॉकडाउन के दौरान किसी जरूरी काम से घरों के बाहर निकल गए थे.
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पहले ही पुलिसकर्मियों को साफतौर पर निर्देशित कर चुके हैं कि वे आम नागरिकों पर लाठी-डंडे ना बरसाए बल्कि कानून का उल्लंघन होने पर वैधानिक कार्रवाई करे, लेकिन कुछ थानेदार ऐसे हैं जो पुलिस की छवि खराब कर रहे हैं.
मामला राजधानी रायपुर के उरला थाना इलाके के बिरगांव कन्टेनमेंट जोन में लोगों पर बेरहमी से लाठी बरसाने का है. लाठी बरसाने का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया में वायरल हुआ वैसे ही राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे संज्ञान में लेते हुए ट्वीट में लिखा कि आम जनता पर किया गया व्यवहार अमानवीय है और ये कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा. विभागीय जांच का गठन किया गया है और उसे छुट्टी पर भेज दिया गया है.
दूसरी ओर, रायपुर पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख के मुताबिक उरला के बिरगांव कन्टेनमेंट जोन में लोगों पर लाठी चलाते हुए जो वीडियो वायरल हुआ है उसे संज्ञान में लेते हुए संबंधित टीआई के विरुद्ध विभागीय जांच शुरू हो चुकी है.
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इस बीच लाठी बरसाने से घायल हुए लोगों ने टीआई नितिन उपाध्याय के खिलाफ सख्त सजा की मांग की है.
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