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कोरोनावायरस: इलाज कर रहे डॉक्टर-नर्सों में बढ़ रहीं मानसिक समस्याएं

अस्पताल के मनौविज्ञान संकट हस्तक्षेप अनुसंधान केंद्र के उपनिदेशक लियांग होंग ने कहा कि इस बाबत मदद की गुहार लगाने वाले अधिकतर लोगों में डर और चिंता है. इनमें से कुछ लोगों को साधारण खांसी या बुखार होने की स्थिति में कोरोना वायरस से ग्रसित होने का डर सता रहा है.

कोरोना वायरस मेडिकल कर्मचारियों के लिए एक मानसिक समस्या बन गई है कोरोना वायरस मेडिकल कर्मचारियों के लिए एक मानसिक समस्या बन गई है
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 12:05 PM IST

  • इलाज कर रहे डॉक्टरों को ज्यादा मनोवैज्ञानिक परामर्श की जरूरत
  • चीन में कोरोना वायरस की रोकथाम की डब्ल्यूएचओ ने की प्रशंसा

चीन में जहां नोवल कोरोनावायरस से मौतों और संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है, वहीं इससे निपटने के प्रयास भी तेज किए जा रहे हैं. इसी क्रम में कई लोग, खासकर के इस बीमारी से लड़ रहे रोगियों और डॉक्टरों में मानसिक समस्याएं विकसित हो रही हैं. इसी को देखते हुए चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने दो फरवरी को एक नोटिस जारी कर स्थानीय एजेंसियों को मानसिक सहायता और परामर्श मुहैया कराने का आग्रह किया था. इसका उद्देश्य इस बीमारी से परेशान लोगों के आक्रामक व्यवहार और मानसिक समस्याओं को नियंत्रित करने का था.

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बीजिंग स्थित मनोरोग अस्पताल हुइगुआंग के अध्यक्ष यांग फ्युड ने कहा, 'यह महामारी कई मेडिकल कर्मचारियों के लिए एक मानसिक समस्या बन गई है और हम इसपर काफी ध्यान दे रहे हैं.' यांग ने कहा कि पहले के अनुभव और राष्ट्रीय मानक के आधार पर मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप के मामले में, पहला कदम लोगों का वर्गीकरण करने का है.

मनोवैज्ञानिक परामर्श की जरूरत

उन्होंने कहा, 'कोरोनावायरस से संक्रमित हजारों रोगी और इसका इलाज कर रहे डॉक्टरों को सबसे ज्यादा मनोवैज्ञानिक परामर्श की जरूरत है. दूसरा वर्ग उन लोगों का है, जिनमें वायरस से संक्रमण होने की संभावना ज्यादा है और जो संक्रमित लोगों के संपर्क में हैं. तीसरा वर्ग संक्रमित लोगों का परिवार है और चौथा वर्ग इस संक्रमण से डरे और घबराए हुए आमजन हैं.'

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अस्पताल के मनौविज्ञान संकट हस्तक्षेप अनुसंधान केंद्र के उपनिदेशक लियांग होंग ने कहा, 'इस बाबत मदद की गुहार लगाने वाले अधिकतर लोगों में डर और चिंता है. इनमें से कुछ लोगों को साधारण खांसी या बुखार होने की स्थिति में कोरोनावायरस से ग्रसित होने का डर सता रहा है.' वांग ने कहा कि इस संकट को देखते हुए लोगों को इस बात का ध्यान रखना है कि वे विश्वस्त खबरों पर ही भरोसा करें और बिना घबराए गलत सूचनाओं से दूर रहें.

डब्ल्यूएचओ ने की प्रशंसा

वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक ट्रेडोस अधनोम घेब्रेयसुस ने सोशल मीडिया पर नये कोरोना वायरस की रोकथाम करने वाले चीनी चिकित्सा कर्मियों का अभिनंदन किया.

उन्होंने कहा, 'मैं चीन में विशेषकर हूपेई प्रांत में महामारी की रोकथाम करने वाले चीनी चिकित्सा कर्मियों को अभिनंदन करता हूं. वे बड़े दबाव में न केवल रोगियों की देखभाल करते हैं, बल्कि नये कोरोना वायरस के वैज्ञानिक विश्लेषणों के लिए डेटा एकत्र भी कर रहे हैं. बेहतर इलाज खोजने और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए किए गए प्रयासों के लिए पूरी दुनिया आप सभी के प्रति आभार प्रकट करती है.'

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डब्ल्यूएचओ महानिदेशक घेब्रेयसुस ने जोर देते हुए कहा कि चिकित्सा और वैज्ञानिक क्षेत्रों के विशेषज्ञ डेटा की मदद से नये कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयास कर रहे हैं. डब्ल्यूएचओ ने 6 फरवरी को यह घोषणा की कि 11 और 12 फरवरी को जिनेवा में नये कोरोना वायरस के खिलाफ वैश्विक अनुसंधान और नवाचार मंच आयोजित किया जाएगा.

(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)

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