Advertisement

कैसे लोगों से ऑनलाइन मिलते होंगे बच्चे, इस टेंशन में रहते हैं 57% भारतीय पेरेंट्स

फैमिली एडिशन के नॉर्टन साइबर इनसाइट्स रिपोर्ट के अनुसार भारत के अधिकांश माता-पिता उनके बच्चों के ऑनलाइन सक्रियता और अनजान लोगों से हो रही बातचीत व मुलाकात को लेकर चिंतित हैं.

Cyber Bully Cyber Bully
स्नेहा
  • नई दिल्‍ली,
  • 10 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 8:51 PM IST

हाल ही में भारत में हुए एक सर्वे की रिपोर्ट को अगर सही मानें तो 2017 के अंत तक भारत के 10 करोड़ बच्चे इंटरनेट सुविधा का फायदा उठा रहे होंगे. इसी को लेकर अधिकांश भारतीय पैरेंट्स चिंतित हैं कि उनके बच्चे कहीं साइबर क्राइम व यहां मिलने वाले अजनबियों के जाल में न फंस जाएं.

नॉर्टन साइबर इनसाइट्स रिपोर्ट-फैमिली एडिशन ने भारत में 57 प्रतिशत पेरेंट्स का सर्वे करने पर पाया कि वे उनके बच्चों और अपरिचितों के मेलजोल को लेकर चिंतित हैं.

Advertisement

इसके अलावा इस रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि 21 प्रतिशत भारतीय पेरेंट्स ने ऐसे संकेत दिए कि उनके बच्चे ऐसे लोगों से मिले, जिन्हें वे निजी तौर पर नहीं जानते थे. वहीं पूरी दुनिया में यह आंकड़ा 9 प्रतिशत है.

बीसीजी स्टडी के अनुसार साल 2017 तक भारत के 10 करोड़ बच्चे ऑनलाइन हो जाएंगे. इंटरनेट उनके लिए डि़जिटल, शिक्षा, प्रशासन, स्वास्थ्य और व्यापार में अपार संभावनाएं खोलेगा. हालांकि इंटरनेट उन्हें साइबर क्राइम की जद में भी ले आता है और इसे लेकर बेहद सतर्क रहने की जरूरत होगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement