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उत्तराखंड के रामनगर वन प्रभाग के जंगल में एक हाथी की मौत हो गई है. जंगल के अंदर गश्त के दौरान वन कर्मियो को इस हाथी का शव मिला, जिसकी सूचना कर्मियों ने अपने आला अधिकारीयो को दी. हाथी की अचानक मौत की खबर से वन विभाग में हड़कंप मच गया. इस हाथी के शिकार किए जाने की भी संभावना जताई जा रही है.
इस हाथी की उम्र करीब आठ साल बताई जा रही है. इसके शरीर में काफी चोट के निशान मिले है. वन विभाग के मुताबिक इस नर हाथी का शव फतेहपुर रेंज के कालीगाढ़ बीट में मिला. इसकी मौत चोट की वजह से होने की आशंका है. वन विभाग का यह भी कहना है कि हाथी का शव चार दिन पुराना है. हालांकि अभी तक मौत की वजह की पुष्टि नहीं हो पाई है.
हाथी के शरीर पर चोट के निशान को लेकर भी वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी सकते में हैं. वहीं, प्रभारी डीएफओ के मुताबिक हाथी का शव चार दिन पुराना है. हाथी के विसरे को जांच के लिए भेजा रहा है और मौत की असली वजह रिर्पोट आने के बाद ही सामने आएगी.
इससे पहले नवंबर 2017 में वन विभाग के गश्ती दल को एक मादा हाथी का शव जंगल में पड़ा मिला था. हाथियों की लगातार हो रही मौत ने वन विभाग की चिंता पहले से ही बढ़ा रखी है. पिछले कुछ दिनों से वन विभाग हाथियों की सुरक्षा के इंतजाम कर रहा है, लेकिन ये इंतजाम काफी नहीं हैं.
हाथियों की सुरक्षा के लिए वन विभाग को ठोस कदम उठाने होंगे. फिलहाल हाथियों की सुरक्षा के नाम पर वन विभाग द्वारा किए जा रहे इंतजाम महज एक औचारिकता है, जिसके कारण रामनगर जंगल हाथी की कब्रगाह बनती जा रही है.