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असहिष्णुता सियासी मुद्दा, जब तक सुप्रीम कोर्ट है किसी को डरने की जरूरत नहींः CJI

मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर ने असहिष्णुता के मुद्दे पर कहा है कि इसके राजनीतिक आयाम हो सकते हैं, लेकिन देश में किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट हर व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा करने में सक्षम है.

सीजेआई टीएस ठाकुर सीजेआई टीएस ठाकुर
विकास वशिष्ठ
  • नई दिल्ली,
  • 06 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 6:41 PM IST

भारत के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर ने भी कह दिया कि देश में असहिष्णुता नहीं है. इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस देश में कई धर्मों के लोग रहते हैं. दूसरे धर्मों के लोग यहां आए और फले-फूले. यह हमारी विरासत है. बाकी सब धारणा की बात है.

ऐसे दिलाया जनता को भरोसा
मुख्य न्यायाधीश (CJI) ठाकुर ने असहिष्णुता को सियासी मुद्दा बताया. उन्होंने कहा कि असहिष्णुता पर बहस के राजनीतिक आयाम हो सकते हैं, लेकिन जब तक कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट है, किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है.

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हर शख्स के अधिकारों रक्षा करने में सक्षम
सीजेआई ठाकुर ने कहा कि मैं एक ऐसे संस्थान का नेतृत्व कर रहा हूं जो कानून का शासन सुनिश्चित करता है. जब तक कानून है और न्यायपालिका की स्वतंत्रता है, तब तक मुझे लगता है कि हम समाज के हर तबके के हर शख्स के अधिकारों की रक्षा करने में सक्षम हैं.

और लोगों से की यह अपील
सीजेआई ने लोगों से एक अपील भी की. कहा- 'मैं आप लोगों से अपील करता हूं कि आपस में एक-दूसरे के लिए प्रेम रखें.' उन्होंने समाज में वैर भाव कम करने और हर समय सबको मिलजुल रहने का संदेश दिया.

प्रदूषण कम करने के फार्मूले पर यह कहा
जस्टिस ठाकुर ने केजरीवाल सरकार के प्रदूषण कम करने के नए फार्मूले पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों को कार पूलिंग सिस्टम से चलना चाहिए. इससे लोगों में सही संदेश जाएगा. यह कोई त्याग नहीं है, बल्कि लोगों को प्रोत्साहित करने का एक प्रयास है.

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केजरीवाल बोले- यह बड़ा प्रोत्साहन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने फार्मूले को सीजेआई से समर्थन मिलने पर कहा कि 'यह बड़ा प्रोत्साहन है. सुप्रीम कोर्ट के जज यदि कार पूलिंग करें तो लाखों लोगों को उनसे प्रेरणा मिलेगी. शुक्रिया माय लॉर्ड.'

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