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आंदोलन के बाद दम तोड़ते मध्य प्रदेश के किसान, 36 घंटे में चौथी सुसाइड

बताया जा रहा है कि किसान रमेश लगातार शराब पी रहा था. संभवत इसी के चलते उसने जहरीली दवा खा ली. परिजनों की मानें तो किसान रमेश ने कर्ज से परेशान होकर जहर खाकर जान दे दी.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
कौशलेन्द्र बिक्रम सिंह/हेमेंद्र शर्मा
  • बालाघाट,
  • 14 जून 2017,
  • अपडेटेड 5:43 PM IST

जिले के बालाघाट थाना अंतर्गत बल्लारपुर निवासी लगभग 40 से 42 वर्षीय किसान ने कर्ज से परेशान होकर जहर खा लिया. जिसकी जिला अस्पताल में मौत हो गई. बताया जाता है कि किसान रमेश बसेने पर सोसायटी का लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए कर्ज था. हालांकि किसान रमेश पर यह कर्ज पुराना था, जो उसने खाद और अन्य कृषि जरूरतों के लिए लिया था. आपको बता दें कि एमपी में किसान आंदोलन के जोर पकड़ने के बाद किसान आत्महत्या की ये पांचवी घटना है. पिछले 36 घंटे में ये चौथे किसान ने आत्महत्या की है.

बुधवार सुबह किसान रमेश अपने चाचा तुलसीराम के घर गया था जहां उसने चर्चा में चाचा को कर्ज से परेशानी वाली बात बताई थी. बताया जाता है कि किसान पर खेती के लिए कर्ज नहीं जमा हो पाने के चलते उसे बैंक के माध्यम से नोटिस दिया जा रहा था.

बुधवार सुबह खेत से लगभग 9 बजे जब वह घर लौटा तो घर में उसकी हालत बिगड़ने से परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आये थे जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. चाचा तुलसीराम और पत्नी जानकीबाई ने बताया है कि रमेश कर्ज के कारण मानसिक रूप से परेशान था. जिसके चलते वह शराब भी पीने लगा था. हालांकि अब तक कर्ज से किसान की मौत की पुष्टि प्रशासन ने नहीं की है.

खेत किसान कांग्रेस अध्यक्ष सुकदेव मुनि कुतराहे ने कहा कि किसान रमेश की मौत की वजह उसका कर्ज था जिसके लिए उसे नोटिस आ रहे थे. जिससे परेशान किसान रमेश ने आज खेत में जहर खा लिया जिसके चलते अस्पताल में उसकी मौत हो गई. दूसरी ओर बताया जा रहा है कि किसान रमेश लगातार शराब पी रहा था. संभवत इसी के चलते उसने जहरीली दवा खा ली. परिजनों की मानें तो किसान रमेश ने कर्ज से परेशान होकर जहर खाकर जान दे दी.

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