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विजय माल्या ने बर्थडे में उड़ाए पैसे, रघुराम राजन ने जानबूझकर कर्ज नहीं लौटाने वालों को दी नसीहत

एक इंटरव्यू के दौरान देश में बड़े-बड़े कर्जदाता से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने माल्या का नाम लिए बिना कहा, 'हम उसे बदलने की कोशिश कर रहे हैं. यह कोई बड़ी कंपनियों, धनी लोगों का मामला नहीं है. यह कोई रॉबिन हुड वाला मामला नहीं है.'

आरबीआई चीफ रघुराम राजन आरबीआई चीफ रघुराम राजन
स्‍वपनल सोनल
  • नई दिल्ली,
  • 23 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 9:50 PM IST

आरबीआई चीफ रघुराम राजन ने जानबूझकर कर्ज नहीं लौटाने वालों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि बैंकों से काफी मात्रा में कर्ज ले रखी बड़ी कंपनियों को बेहतर आचरण करना चाहिए. किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या द्वारा बीते महीने बर्थडे पार्टी में जमकर खर्च करने को निशाने पर लेते हुए राजन ने कहा, 'गंभीर रूप से कर्ज में डूबे होने के बावजूद ऐसे लोगों को जन्मदिन की बड़ी-बड़ी पार्टियों जैसे फिजुलखर्च से बचना चाहिए. इससे गलत संदेश जाता है.'

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एक इंटरव्यू के दौरान देश में बड़े-बड़े कर्जदाता से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने माल्या का नाम लिए बिना कहा, 'हम उसे बदलने की कोशिश कर रहे हैं. यह कोई बड़ी कंपनियों, धनी लोगों का मामला नहीं है. यह कोई रॉबिन हुड वाला मामला नहीं है. यह समाज में गलत काम करने वालों से जुड़ा मामला है.' राजन ने आगे कहा, 'अगर आप काफी कर्ज लेने के बाद भी जन्मदिन की बड़ी पार्टी पर फिजलुखर्च करते हैं, इससे लोगों को लगेगा कि मुझे इसकी कोई चिंता नहीं है.'

'आपका खर्च में कटौती पर ध्यान रहना चाहिए'
आरबीआई चीफ ने कहा कि इससे लोगों में गलत संदेश जाता है. अगर आप समस्या में हैं, आपको यह दिखाना चाहिए कि आपका खर्च में कटौती करने पर ध्यान है और सार्वजनिक रूप से फिजलुखर्च नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक कर्ज वसूली को लेकर बैंकों के लिए प्रक्रिया तैयार कर रहा है.

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गौरतलब है कि पिछले महीने रिजर्व बैंक ने बैंकों से मार्च 2017 तक बही-खातों को साफ-सुथरा करने को कहा. उन्हें फंसे कर्ज से निपटने के लिए ज्यादा शक्तियां दी जा रही है जो जून तिमाही में 6.0 फीसदी के आंकड़े को पार कर गया. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) जून 2015 में कुल कर्ज का 6.03 फीसदी हो गया जो मार्च 2015 में 5.20 फीसदी था. रुपये से जुड़े एक सवाल के जवाब में राजन ने कहा कि अन्य उभरते देशों की तुलना में भारतीय मुद्रा बेहतर स्थिति में है.

राजन ने सरकार द्वारा हाल ही शुरू किए गए स्टार्टअप इंडिया और फसल बीमा जैसे कार्यक्रमों की सराहना की. एक अन्य कार्यक्रम में रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि कंपनियों को शेयरधारकों का मूल्य अधिकतम करते समय समाज को नहीं भूलना चाहिए.

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